फेसबुक अब लोगों की सोशल लाइफलाइन बन चुका है। लोग हर पार्टी, बर्थडे की तस्वीरें इस पर पोस्ट करते हैं। इतना ही नहीं न्यूज, व्यूज और एजेंडा सेटिंग भी फेसबुक पर खूब होता है। लेकिन कभी सोचा है कि फेसबुक पर आपको अश्लील या आपत्तिजनक कंटेंट क्यों नजर नहीं आता। आइए आपको बताते हैं कि फेसबुक कैसे तय करता है कि उसके प्लेटफॉर्म पर कोई कंटेंट रहना चाहिए या नहीं ः

जर्मनी के सबसे बड़े अखबार एसजेड मगाजीन के मुताबिक फेसबुक अपने कंटेंट मॉडरेटर्स को इंटरनेट गाइडलाइन भेजता है, जो तय करती है कि किस तरह का कंटेंट मान्य है। यह पहली बार है जब एेसा फेसबुक डॉक्युमेंट पब्लिक डोमेन पर पाया गया है। अखबार ने एक रिपोर्ट का हवाला दिया है, जिस पर दिल और ग्लोब बने हुए हैं और इसे फेसबुक के उस डिपार्टमेंट का बताया जा रहा है, जिसके पास फेसबुक पर कंटेंट को हटाने के अधिकार हैं।

इसके अलावा फेसबुक कुछ श्रेणियों के कंटेंट को सुरक्षित कंटेंट की श्रेणी में रखता है। इस श्रेणी के कंटेंट पर अगर किसी भी तरह का हमला होता तो उसे हेट स्पीच करार कर दिया जाता है। यह हेट स्पीच फेसबुक पर तुरंत डिलीट कर दी जाती है, क्योंकि यह कंपनी के बिजनेस मॉडल के खिलाफ है। फेसबुक पर प्रोटेक्टेड कंटेंट की श्रेणियां हैं, सेक्स, धार्मिक मान्यताएं, राष्ट्रीय मूल, लिंग पहचान, जाति, धर्म, यौन अभिविन्यास, विकलांगता या गंभीर बीमारी।

इसके अलावा यहां कुछ उप श्रेणियां भी है। उदाहरण से समझें तो अगर कोई फेसबुक पर किसी की उम्र, नौकरी या सोशल स्टेटस पर हमला करता है तो उसे बैन कर दिया जाता है। इसके अलावा किसी की उपस्थिति, राजनीतिक संबद्धता और धार्मिक उन्मुखीकरण को हेट स्पीच करार दिया जाता है। इसके अलावा फेसबुक की कंटेंट हटाने की गाइडलाइन बताती है कि कैसे इस पर धर्म संरक्षित नहीं हैं। बता दें कि यहां धार्मिक समूहों के सदस्य प्रोटेक्टेड कंटेंट का हिस्सा हैं। उदाहरण के तौर पर आप भारत या पाकिस्तान का मजाक उड़ा सकते हैं, लेकिन लोगों को उनकी राष्ट्रीयता से बुलाना फेसबुक पर मान्य नहीं है।

फेसबुक पर क्या शब्द मान्य हैं और क्या नहीं?
इस रिपोर्ट में कुछ उदाहरणों के जरिए यह भी बताया गया है कि फेसबुक पर किस तरह का कंटेंट मान्य है। उदाहरण से समझें तो कमबख्त माइग्रेंट्स शब्द फेसबुक पर मान्य है, जबकि कमबख्त मुस्लिम नहीं। इसी तरह प्रवासी गंदे हैं मान्य है जबकि प्रवासियों से गंदगी है को फेसबुक हटा देगा।

कैसा कंटेंट होता है डिलीट
फेसबुक कैसा कंटेंट डिलीट कर देता है, इसको लेकर भी गाइडलाइन्स हैं। मसलन पब्लिक प्लेस पर पेशाब और उल्टी करना जैसी फोटोज हटा दी जाती हैं। फेसबुक इन्हें बुलिंग की श्रेणी में रखता है। इसके अलावा पब्लिक फिगर वाले और साधारण लोगों के लिए भी अलग-अलग नियम हैं। पेशाब और उलटी करने जैसी तस्वीरें अगर पब्लिक फिगर वाले शख्स ने पोस्ट की हैं तो उसे नहीं हटाया जाएगा।