विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज इस सप्ताह नेपाल में दक्षेस की मंत्रिस्तरीय बैठक के इतर बातचीत कर सकते है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने बताया कि अजीज इस साल इस्लामाबाद में होने वाले 19वें दक्षेस सम्मेलन का औपचारिक न्योता देने के लिए नेपाल में 17 मार्च, 2016 को दक्षेस मंत्रिस्तरीय परिषद की बैठक में सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से मिलेंगे। अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने भी राजनयिक सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत और पाकिस्तान नेपाल की पर्यटन नगरी पोखरा में सुषमा और अजीज और साथ ही दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक की संभावना तलाश रहे हैं।

सुषमा और अजीज 16 और 17 मार्च को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) परिषद के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए पोखरा में होंगे। एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि पाकिस्तान किसी भी समय वार्ता बहाल करने और नेपाल में अजीज और सुषमा के बीच बैठक कराने को तैयार है। अधिकारी ने कहा, ‘नेपाल में बैठक का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है लेकिन यदि भारत इस आशय के लिए हमसे संपर्क करता है तो हम सकारात्मक जवाब देंगे।’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पिछले सप्ताह कहा था कि पाकिस्तान या किसी भी अन्य देश के साथ नेपाल में अभी तक कोई द्विपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं की गई है। यदि ये बैठकें होती हैं तो ये दोनों पक्षों के विदेश सचिवों के बीच काफी समय से लंबित वार्ता पर चर्चा का अवसर उपलब्ध कराएंगी। विदेश सचिवों के बीच जनवरी में इस्लामाबाद में बैठक होनी थी।

विदेश सचिव स्तर की अहम वार्ताओं में कश्मीर, शांति और सुरक्षा, सियाचिन, सर क्रीक, जल और व्यापार एवं वाणिज्य समेत कई मामलों पर दोनों देशों के बीच वार्ताओं की एक शृंखला का रोडमैप तैयार किया जाना है। समग्र द्विपक्षीय वार्ता फिर से शुरू करने के प्रयास को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकवादी हमले के बाद झटका लगा था। भारत का कहना है कि यह हमला पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों ने किया था।

सूत्रों ने कहा कि यदि सुषमा और अजीज के बीच बैठक होती है तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच वाशिंगटन में इस महीने बाद में वार्ता की संभावना पर चर्चा करेंगे। दोनों प्रधानमंत्री एक परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में भाग लेने अमेरिका जाएंगे। इस सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा करेंगे।