निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को अपने विदाई भाषण में अमेरिकी लोकतंत्र पर मंडरा रहे खतरों को लेकर गंभीर चेतावनी दी। उन्होंने कुछ धनी व्यक्तियों और शक्तिशाली समूहों के बीच “शक्ति के खतरनाक केंद्रीकरण” पर चिंता जताई और अमेरिकी नागरिकों से भविष्य में कुलीन वर्गों, गलत सूचनाओं और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से जुड़े खतरों के खिलाफ सतर्क रहने का आग्रह किया।

अत्यधिक धन, शक्ति और प्रभाव को बताया अनुचित

ओवल ऑफिस से अपने संक्षिप्त भाषण में बाइडेन ने कहा, “आज अमेरिका में अत्यधिक धन, शक्ति और प्रभाव का एक ऐसा कुलीनतंत्र पनप रहा है, जो हमारे लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समान अवसरों को खतरे में डाल रहा है।” यह बयान उन्होंने अरबपति एलन मस्क और अन्य उद्योगपतियों के साथ आगामी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी संबंधों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए दिया।

बाइडेन ने कहा कि यह स्थिति केवल लोकतंत्र को कमजोर कर रही है बल्कि मीडिया की स्वतंत्रता और तथ्य आधारित संवाद को भी बाधित कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “आज, सच्चाई झूठ के नीचे दबाई जा रही है, और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इसे बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार हैं। हमें इन प्लेटफॉर्म्स को जवाबदेह ठहराना होगा।”

तकनीकी और जलवायु संकट के प्रति भी किया सतर्क

राष्ट्रपति ने पूर्व राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर के 1961 के विदाई भाषण का हवाला देते हुए कहा कि जैसा आइजनहावर ने सैन्य-औद्योगिक परिसर के खतरों की चेतावनी दी थी, वैसा ही खतरा आज तकनीकी औद्योगिक परिसर के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के बढ़ते प्रभाव को भी “हमारे समय की सबसे महत्वपूर्ण तकनीक” करार दिया, जो एक ओर नई संभावनाएं खोल सकती है, लेकिन दूसरी ओर अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और समाज के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकती है।

इसके साथ ही बाइडेन ने जलवायु संकट से निपटने के लिए उठाए गए कदमों को कमजोर करने के प्रयासों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “कुछ ताकतें सत्ता और लाभ के लिए अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर रही हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो रही है।”

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अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बाइडेन ने कहा कि उनकी सरकार ने कोविड-19 महामारी से जूझ रही अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित किया और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत किया। उन्होंने हमास के साथ युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए किए गए समझौतों को भी अपनी प्रमुख उपलब्धियों में गिनाया। बाइडेन ने अमेरिकी मीडिया पर गिरते विश्वास और गलत सूचनाओं के बढ़ते खतरे पर भी बात की। उन्होंने कहा, “अमेरिकी जनता भ्रामक सूचनाओं के अंबार में दब रही है। संपादकीय नियंत्रण कमजोर हो रहा है, और सच्चाई के स्थान पर झूठ हावी हो रहा है।”

बाइडेन ने कहा, “50 से अधिक वर्षों तक अपने देश की सेवा करना मेरे जीवन का सौभाग्य रहा है। मैंने अपना दिल और आत्मा अमेरिकियों को समर्पित कर दिया।” उन्होंने लोगों को लोकतंत्र की रक्षा और समाज में सच्चाई को बनाए रखने के लिए साथ आने का आग्रह किया। बाइडेन का कार्यकाल 20 जनवरी को समाप्त होगा, जब डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। हालांकि, बाइडेन ने कम अनुमोदन रेटिंग के साथ पद छोड़ा है, लेकिन उनके पूर्ववर्ती और उत्तराधिकारी की तुलना में उनकी लोकप्रियता अभी भी अधिक है।