पीएम नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा अपने अंतिम पड़ाव पर आ गया है। इसी कड़ी में पीएम मोदी वॉशिंगटन में स्टेट लंच के लिए पहुंच गए हैं। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ वे इस लंच का आनंद लेने वाले हैं। उस स्टेट लंच से पहले कमला हैरिस ने अपना संबोधन दिया जहां उनहोंने अपनी मां का जिक्र किया, भारत के साथ उनके जुड़ाव की बात की और पीएम मोदी की भी तारीफ की।
पीएम ने की कमला हैरिस की तारीफ
अब कमला हैरिस के संबोधन के बाद पीएम मोदी ने भी अपने विचार रखे हैं। उन्होंने कहा है कि विश्व की महिलाओं के लिए कमला हैरिस बहुत बड़ी प्रेरणा हैं। पीएम ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने का कि ब्लिंकन का म्यूजिकल टैलेंट शानदार है, इसके अलावा वे उनकी डिप्लोमेसी को भी काफी पसंद करते हैं। पीएम ने कहा कि ब्लिंकन की डिप्लोमेसी का तो उन्हें निजी अनुभव हो गया है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन लंबे समय तक अमेरिका और भारत के रिश्तों पर भी बात की। उनकी तरफ से कहा गया कि कमला हैरिस की मां ने भारत के साथ अपने रिश्ते को कभी टूटने नहीं दिया। वे कहने को 1958 में अमेरिका आ गई थीं, लेकिन बिना फोन के भी उनकी तरफ से भारत में रह रहे उनके रिश्तेदारों के लिए चिट्ठिया लिखी जाती थीं। लगातार हुई बड़ी बैठकों पर पीएम मोदी ने कहा कि इसमें एक ही बात कॉमन थी, भारत और अमेरिका का रिश्ता और मजबूत होना चाहिए। साझेदारी और ज्यादा गहरी चलनी चाहिए।
क्यों खास अमेरिकी दौरा?
वैसे पीएम मोदी का ये अमेरिकी दौरा कई मायनों में खास रहा है। पीएम ने कई खास तोहफे दिए हैं जो भारत की संस्कृति को दर्शाते हैं। बाइडेन को पंजाब का घी, राजस्थान का 24 कैरेट वाला सोने का सिक्का, 99.5% कैरेट चांदी का सिक्का, उत्तराखंड का चावल, तमिलनाडु से आया तिल, कर्नाटक से चंदन का टुकड़ा, बंगाल से हस्तनिर्मित चांदी का नारियल, गुजरात का नमक दिया गया। वहीं भगवान गणेश की एक मूर्ति भी भेंट के रूप में दी गई।
वैसे ये तोहफे तो जो बाइडेन के लिए रहे, अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को पीएम मोदी ने 7.5 कैरेट का हीरा गिफ्ट किया। लेकिन ये हीरा सिर्फ एक महंगा गिफ्ट नहीं रहा, बल्कि इससे पर्यावरण बचाने का बड़ा संदेश भी दिया गया। असल में ये 7.5 कैरेट वाला हीरा सौर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण-विविध संसाधनों का उपयोग कर तैयार किया गया है।