उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन चाहते हैं कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ही राष्ट्रपति बनें। क्यूबा में उत्तर कोरिया के राजदूत रह चुके इल क्यू ने कहा कि उत्तर कोरिया अब भी यही मानता है कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका से परमाणु समझौता करना ज्यादा आसान होगा। पिछले महीने रिपब्लिकन पार्टी के कन्वेंशन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, मुझे लगता है कि किम जोंग मुझे याद कर रहे होंगे। वे भी यही चाहते हैं कि मैं राष्ट्रपति बनूं।
पहले प्योंगयांग की राय दूसरी थी
उत्तर कोरिया के पूर्व राजदूत के मुताबिक, किम जोंग ट्रंप के साथ इसी गर्मजोशी का इस्तेमाल करके अमेरिका के साथ समझौता करने की कोशिश करेंगे। इससे पहले प्योंगयांग ने कहा था कि किसी भी पार्टी के जीतने से अमेरिका की नीतियों पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसलिए अमेरिका में राष्ट्रपति कौन बनता है इससे उत्तर कोरिया को कोई फर्क नहीं पड़ता।
अमेरिका से एक समझौते के बाद नार्थ कोरिया ने साल 2012 में परमाणु हथियारों से जुड़े कार्यक्रम को निलंबित कर दिया था। बदले में अमेरिका ने उत्तर कोरिया को खाने की सप्लाई करने का वादा किया था। हालांकि, इसके कुछ समय बाद ही उत्तर कोरिया ने एक सैन्य परेड में राकेट लान्चर और बैलिस्टिक मिसाइलों की प्रदर्शनी दिखाई। इसके बाद दोनों देशों के बीच समझौता रद्द हो गया।
मालूम हो कि ट्रंप ने बतौर राष्ट्रपति अपने पहले कार्यकाल के दौरान किम जोंग का नाम ‘लिटिल राकेट मैन’ रखा था। 2018 में जब अमेरिका के तत्कालीन विदेश मंत्री माइक पाम्पियो उत्तर कोरिया के दौरे पर गए थे तो ट्रंप ने बिटिश सिंगर एल्टन जान के गाने ‘रॉकेट मैन’ की एक सीडी किम के लिए तोहफे में भेजी थी। पाम्पियो के इस दौरे का मकसद उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार बनाने से रोकना था।
उधर, अमेरिका की वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी ने आने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अमेरिका में पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए कमला हैरिस का मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा।