North Korea sent Drones in South Korea: दक्षिण कोरिया (South Korea) ने सोमवार को आरोप लगाया कि उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह नेता किम जोंग उन (Dictator Kim Jong Un) ने उसकी सीमा के पार “कई” ड्रोन (Drone) भेजा है। इसके जवाब में सियोल (Seoul) की सेना ने सीमा पर युद्धक विमानों (War Planes) को तैनात कर दिया और ड्रोंस को भगाने के लिए चेतावनी के शॉट्स दागे। इससे दोनों देशों में तनाव व्याप्त हो गया है।
Joint Chief Of Staff ने बताया कि ग्योंगगी प्रांत के पास में हमला किया गया है
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (Joint Chief Of Staff) ने राजधानी सियोल में एक बयान में कहा, “कई उत्तर कोरियाई मानव रहित हवाई वाहनों (Unmanned Aerial Vehicles) ने हमारे हवाई क्षेत्र ग्योंगगी प्रांत (Gyeonggi province) के आसपास के सीमावर्ती क्षेत्रों पर हमला किया।”
कहा- दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरिया के पांच ड्रोनों को सीमा पार करते हुए देखा
दक्षिण कोरिया की योनहाप समाचार एजेंसी (Yonhap news agency) ने बताया कि युद्धक विमानों में से हमला करने वाला एक हल्का विमान केए-1 (KA-1) बाद में होएंगसियोंग काउंटी (Hoengseong County) में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा- दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरिया के पांच ड्रोनों को सीमा पार करते हुए देखा और एक ड्रोन दक्षिण कोरियाई राजधानी क्षेत्र के उत्तरी भाग तक पहुंच गया।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सेना ने उत्तर कोरियाई ड्रोन को मार गिराने के लिए लड़ाकू विमानों और हमलावर हेलीकाप्टरों को लॉन्च करने से पहले चेतावनी के शॉट्स दागकर जवाब दिया।
संयुक्त प्रमुखों ने कहा, यह स्पष्ट नहीं था कि ड्रोन को मार गिराया गया था या नहीं। दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया में प्रमुख सैन्य सुविधाओं की तस्वीरें लेने के लिए उत्तर कोरिया के ड्रोन उड़ानों के खिलाफ इसी उपाय के रूप में सीमा के पास और उसके पार निगरानी उपकरण भी भेजे। अभी इसके बारे में विस्तार से कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरियाई क्षेत्र के अंदर मानव रहित ड्रोन उड़ाए।
उत्तर कोरिया के अंदर किसी भी टोही गतिविधियों की दक्षिण कोरिया की तरफ से सार्वजनिक रूप से पुष्टि किया जाना काफी असामान्य बात है।
उत्तर कोरियाई उकसावों पर दक्षिण कोरिया के सख्त होने के लिए राष्ट्रपति यून सुक येओल के नेतृत्व वाली रूढ़िवादी सरकार के एक संकल्प लेने की संभावना है।