Nikki Haley: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल भारतीय-अमेरिकी निक्की हेली ने कहा है कि पाकिस्तान में कम से कम एक दर्जन आतंकवादी संगठन मौजूद हैं और इस देश को अमेरिका से मदद नहीं मिलनी चाहिए। इसको लेकर हेली ने बुधवार को एक ट्वीट किया था। साउथ कैरोलाइना की दो बार गवर्नर रह चुकीं 51 साल की निक्की हेली ने साल 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पिछले महीने औपचारिक रूप से अपना प्रचार अभियान शुरू किया था।

रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति बनती हूं तो हम पाकिस्तान और चीन जैसे देशों को कतई फंडिंग नहीं करेंगे। एक मजबूत अमेरिका ऐसे लोगों की मदद नहीं करेगा जो बुरे हैं और उससे नफरत करते हैं। हम अपने टैक्सपेयर्स का पैसा इन देशों को देकर बर्बाद नहीं करेंगे।

‘पाकिस्तान उन आतंकवादियों को समर्थन करता है, जो अमेरिकी सैनिकों को मारते हैं’

न्यूयॉर्क पोस्ट के लिए लिखे गए आर्टिकल में निक्की ने कहा कि सिर्फ वही लोग भरोसे के लायक हैं जो दुश्मनों के खिलाफ हमारे साथ खड़े होते हैं। जो हमारे दोस्तों की मदद करते हैं। निक्की हेली ने आगे कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति रहते हुए पाकिस्तान को दो अरब डॉलर की सैन्य सहायता पर रोक लगा दी थी। बतौर UN ऐंबैस्डर मैंने उस फैसले का स्वागत किया था, क्योंकि पाकिस्तान उन आतंकवादियों का समर्थन करता है, जो अमेरिकी सैनिकों को मारते हैं। बाइडेन सरकार ने इस रोक को हटा दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में 12 से ज्यादा आतंकी संगठन मौजूद हैं। वहां की सरकार चीन का भी समर्थन करती है। अगर मैं राष्ट्रपति बनी तो यह फंडिंग बंद कर दी जाएगी।

‘अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि चीन को भी भेजा जा रहा’

निक्की हेली के अनुसार, अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि चीन को भी भेजा जा रहा है। चीन में हम पर्यावरण प्रोग्राम के लिए काफी बड़ी रकम देते हैं। जबकि ये सब जानते हैं कि चीन से अमेरिका को कितना खतरा है। हम बेलारूस को पैसा देते हैं, जो व्लादिमीर पुतिन का सबसे करीबी सहयोगी है। हम कम्युनिस्ट क्यूबा को भी पैसा देते हैं, जबकि अमेरिकी सरकार ने ही उसे आतंकवाद का स्पॉन्सर कहा था। निक्की ने कहा कि हमने पिछले कुछ सालों में इराक को 1 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किए। इसके बावजूद इराक सरकार उन ईरानियों की करीबी है जो ‘डेथ टु अमेरिका’ चिल्लाते हैं और हमारी फौज पर हमला करते हैं।

निक्की हेली ने कहा कि कई साल से अमेरिका में चाहे जिस पार्टी की सरकार रही हो, हम पुरानी नीतियों के हिसाब से फॉरेन एड देते रहे हैं। ये अमेरिका के पैसों की बर्बादी है। UN ऐंबैस्डर के तौर पर मैंने देखा था कि किस तरह कुछ देश सबके सामने हमारी बुराई करते हैं और बाद में आकर हमसे पैसे मांगते हैं। यह सब मैं नहीं होने दूंगी।