कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को एक ‘‘कट्टरपंथी, फासीवादी संगठन’’ बताते हुए कहा कि उसने देश के संस्थानों पर कब्जा करके भारत में लोकतांत्रिक चुनाव की प्रकृति को बदल दिया है। ब्रिटेन यात्रा पर पहुंचे राहुल गांधी ने सोमवार शाम ‘चैथम हाउस’ थिंक टैंक में एक संवाद सत्र के दौरान कहा कि भाजपा को यह मानना अच्छा लगता है कि वह भारत में सत्ता में आई है और हमेशा वही सत्ता में बनी रहेगी, हालांकि ऐसा नहीं है।’’

संवाद सत्र में लोगों ने पूछा कि आरएसएस को आप कैसे देखते हैं तो राहुल गांधी ने कहा, ‘‘आप इसे एक ‘सीक्रेट सोसाइटी (Secret Society)’ कह सकते हैं। यह ‘मुस्लिम ब्रदरहुड (Muslim Brotherhood)’ की तर्ज पर बनाया गया है और इसका मकसद है कि सत्ता में आने के लिए लोकतांत्रिक चुनाव का इस्तेमाल किया जाए और फिर बाद में लोकतांत्रिक चुनाव को खत्म कर दिया जाए।’’

क्या है मुस्लिम ब्रदरहुड (Muslim Brotherhood)?

मिस्र पर ब्रिटिश कब्जे के जवाब में स्कूली शिक्षक हसन अल-बन्ना ने 1928 में इस्माइलिया के स्वेज नहर शहर में मुस्लिम ब्रदरहुड की स्थापना की थी। यह आधुनिक संदर्भ में एक राजनीतिक कार्यक्रम के रूप में इस्लाम की वकालत करने वाले पहले और सबसे सफल आंदोलनों में से एक था। 20 वर्षों के भीतर यह अरब के अन्य देशों में फैल गया और इसकी शाखाएं बन गईं। आंदोलन में करीब 500,000 से अधिक सदस्य हो गये थे।

ब्रदरहुड का कहना था कि वह अहिंसक और लोकतांत्रिक तरीकों से मिस्र में राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए संघर्ष कर रहा है। 1954 में ब्रदरहुड पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उस समय की सरकार ने समूह पर राष्ट्रपति गमाल अब्देल नासिर की हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था, इस आरोप से ब्रदरहुड ने हमेशा इनकार किया है।

संवाद में राहुल गांधी ने भारत-चीन विवाद को भी उठाया

भारत की विदेश नीति पर बात करते हुए गांधी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष और भारत-चीन संबंधों के बीच तुलना की। चीन पर 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह (चीन) वहां नहीं हैं।’’

भारत-पाकिस्तान संबंधों पर उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध होना महत्वपूर्ण है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह पाकिस्तानियों की कार्रवाई पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, ‘‘ अगर पाकिस्तान, भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तो काफी मुश्किल हो जाएगी।