अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा संयुक्त राष्ट्र महासभा के उद्घाटन सत्र को संबोधित करने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे जो दोनों नेताओं को जनवरी में नई दिल्ली में हुई वार्ता को आगे बढ़ाने का अवसर मुहैया कराएगी।

उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स ने कल कहा कि हम अमेरिका और भारत के संबंधों को मजबूत करने, हमारे आर्थिक एवं वाणिज्य संबंध बनाने, एशिया और विश्व में हमारे राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि ओबामा जनवरी में मुख्य अतिथि के तौर पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने भारत गए थे। यह बैठक उस वार्ता को आगे बढ़ाने का अवसर मुहैया कराएगी जो जनवरी में नयी दिल्ली में उनके और भारत के प्रधानमंत्री के बीच हुई थी।

रोड्स ने कहा कि यह बैठक दोनों नेताओं को इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रपति की भारत की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान हुई वार्ता को आगे बढ़ाने का अवसर मुहैया कराएगी। रोड्स ने ओबामा और मोदी की अगले सप्ताह न्यूयार्क में होने वाली बहुप्रतीक्षित बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि यह उल्लेखनीय है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के सफल वैश्विक प्रयास में भारत की अहम भूमिका होगी इसलिए दोनों नेता पेरिस में होने वाली बैठकों संबंधी योजना के बारे में अपने साझा दृष्टिकोण पर निश्चित ही चर्चा करेंगे।

मोदी अपनी छह दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार रात को यहां आए थे। इस दौरान वह कल सिलिकॉन वैली जाएंगे तहां वह क्षेत्र की शीर्ष आईटी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे और 27 सितंबर को करीब 18,000 भारतीय अमेरिकियों की सभा को संबोधित करेंगे। इस यात्रा के दौरान मोदी फ्रांस, जोर्डन, भूटान, मेक्सिको, गुयाना, साइप्रस, स्वीडन, कतर और फलस्तीन समेत कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि हालांकि इस दौरान मोदी का अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है। मोदी ने बुधवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की थी। रोड्स ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में ओबामा अपनी वार्ताओं में मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इन वार्ताओं में मोदी के साथ बैठक भी शामिल है।

रोड्स ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति की मुलाकात बहुत अहम होगी, क्योंकि भारत निस्संदेह एक और बड़ी अर्थव्यवस्था है- बड़ा उत्सर्जक है और हम उस वार्ता को जारी रखना चाहेंगे जो हमने भारत में की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सफल अंतरराष्ट्रीय कदमों के समर्थन में क्या करने के लिए तैयार हैं। अमेरिका में भारत के राजदूत अरण के सिंह ने इससे एक दिन पहले कहा था कि दोनों नेताओं की बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर चर्चा की जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी के पिछले साल मई में सत्ता में आने के बाद से यह दोनों नेताओं की आमने-सामने की तीसरी बैठक है। सिंह ने कहा था कि वे (ओबामा और मोदी) द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों की एक श्रृंखला पर बात करेंगे। इस दौरान आर्थिक संबंध निश्चित ही वार्ता का हिस्सा होंगे।