UNSC की ओर से ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) ने वीडियो जारी किया है। लाहौर की कोट लखपत जेल से जारी किए गए इस वीडियो में मक्की ने अल-कायदा (al Qaeda) या इस्लामिक स्टेट (ISIS) के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। इसके साथ ही मक्की ने यह भी कहा कि वह भारत की वजह से ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हुआ है।
UNSC ने घोषित किया इंटरनेशनल आतंकी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अलकायदा प्रतिबंध समिति ने सोमवार को 68 वर्षीय मक्की को लिस्टेड आतंकवादियों की सूची में शामिल किया। इस सूची में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त करने, उन पर यात्रा और हथियार संबंधी प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है। इसके लिए भारत और उसके सहयोगी देश कई सालों से कोशिश कर रहे थे।
भारत सरकार की गलत सूचना पर की गयी मेरी Listing
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मक्की ने कहा, “मेरा मानना है कि मेरी लिस्टिंग का आधार भारत सरकार की गलत सूचना पर आधारित है। मैं ओसामा बिन लादेन, अयमान अल-जवाहिरी या अब्दुल्ला आजम से कभी नहीं मिला, जैसा कि कुछ रिपोर्टों में आरोप लगाया गया है।” आतंकी मक्की ने कहा कि मुझे आरोपों का जवाब देने या मेरी बात सुने जाने का भी मौका नहीं दिया गया। UNSC ने एकतरफा फैसला करते हुए ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में डाल दिया। यह काफी निराशाजनक है।
मक्की ने यह भी कहा कि इस लिस्टिंग के संबंध में किसी उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था ना ही जानकारी दी गई थी। मक्की को 2019 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गिरफ्तार किया गया था और टेरर फंडिंग (Terror Funding) के आरोप में नवंबर और दिसंबर 2020 में दो अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया गया था। वह सईद और कुछ अन्य LeT और JuD के वरिष्ठ नेताओं के साथ आतंकी वित्त मामलों में सजा काट रहा है।
Kashmir पर फिर उगला जहर
मक्की ने कहा कि वो अल-कायदा और आईएसआईएस के विचारों और कार्यों को पूरी तरह से अलग मानता है। उसने कहा, “मैं इस तरह के समूहों द्वारा किए गए सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा की निंदा करता हूं। मैं कश्मीर के संबंध में पाकिस्तान सरकार की प्रमुख स्थिति में विश्वास करता हूं।”