Indian High Commission: ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने लीसेस्टर में भारतीय समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा की निंदा की है। भारतीय उच्चायोग ने मामले पर तत्काल कार्रवाई और हमलों में प्रभावित लोगों के लिए सुरक्षा की मांग की है। अपने बयान में, भारतीय उच्चायोग ने लीसेस्टर में एक हिंदू मंदिर की हिंसा और तोड़फोड़ का कड़ा विरोध किया।

भारतीय उच्चायोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘हमने इस मामले को ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मजबूती से उठाया है और इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। हमने अधिकारियों से प्रभावित लोगों को सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है’।

लीसेस्टरशायर पुलिस ने एक बयान में कहा कि हिंसा में शामिल होने के आरोप में अब तक पंद्रह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लीसेस्टर पुलिस ने कहा कि वे मेल्टन रोड पर एक धार्मिक स्थल के बाहर एक झंडे को गिराए जाने के मामले की जांच कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो में विरोध करने वाले हिंदू समूहों को जय श्री राम के नारे लगाते हुए भी दिखाया गया है। दूसरे पक्ष ने इन समूहों पर लीसेस्टर में मुसलमानों के स्वामित्व वाली संपत्तियों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया था। लीसेस्टर पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

यह हिंसा का दौर 28 अगस्त को शुरू हुआ जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 एशिया कप जीता था। लेंसिस्टरशायर पुलिस ने अपने बयान में बताया है कि पूर्वी लेंसिस्टर में हिंसा के बाद 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रविवार को दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी।सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल होने के बाद यह गिरफ्तारियां हुईं हैं जिसमें पाकिस्तान गैंग ब्रिटेन की लेंसिस्टर सिटी में हिंदू इमारतों को निशाना बनाते देखे गए थे।

भारत पाकिस्तान के मैच के बाद मेल्टन रोड पर भारत पाकिस्तान के लोग आपस में भिड़ गए थे, जिसके बाद अब तक कुल 27 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

पुलिस के बयान में कहा गया है, ‘इस तरह की गतिविधियों से हमारे स्थानीय समुदायों पर जो असर हो रहा है, वह स्वीकार्य नहीं है। हम लीसेस्टर में हिंसा, अव्यवस्था या धमकी को बर्दाश्त नहीं करेंगे, और हम शांति और बातचीत का आह्वान करते हैं। हमारी जांच बड़े पैमाने पर जारी है।