अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने आज कहा कि भारत के पास पाकिस्तान – चीन के गठजोड़ से चिंतित होने की सारी वजहें हैं जो अपने पड़ोसियों तथा क्षेत्र में लोकतंत्र के लिए खतरा बनकर उभरे हैं। चीन , पाकिस्तान का सदाबहार सहयोगी बनकर उभरा है जहां उसने चीन – पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपेक) के तहत 50 अरब डॉलर से अधिक के निवेश की कई विकास परियोजनाएं शुरू कर रखी हैं। चीन ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश – ए – मोहम्मद के सरगना और पठानकोट आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत के कदम को भी अवरुद्ध किया था। कांग्रेस सदस्य डाना रोहराबेकर ने कांग्रेस में सुनवाई के दौरान कहा , ‘‘ भारत के पास चीन और पाकिस्तान के बीच इस नए सहयोग और समन्वय से चिंतित होने की सारी वजहें हैं।

कट्टरपंथी इस्लाम और आतंकवाद में डूबे पाकिस्तान ने ना केवल अपने पड़ोसियों को आतंकित किया है बल्कि अपने लोगों को भी आतंकित किया है।  उन्होंने आरोप लगाया कि सिंधी लोगों के साथ क्रूरता बरती जा रही है तथा उनकी हत्या की जा रही है। कराची और बलूच में मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के समर्थकों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जा रहा है।

गौरतलब है कि 25 जुलाई को पाकिस्तान में चुनाव के दिन ब्लूचिस्तान में भयानक बम ब्लास्ट किया गया, जिसमें 35 लोगों की मौत और करीब 67 घायल हुए हैं। पाकिस्तान में अब आतंकी खुलेआम घूम रहे हैं। चुनाव के दौरान भी पाकिस्तान में मुंबई हमलों का मास्तर माइंड हाफिज सैयद भी वोट डालने गया। वह लोगों के बीच पिछले काफी दिनों से सभाएं आयोजित करता रहा। इमरान खान की जीत को लेकर अब लोग आतंकी सरकार कह रहे हैं। पाकिस्तानी सेना भी आतंकियों का समर्थन करती है।