पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को काफी सोच विचार के बाद अपनी पार्टी के सांसद अब्दुल कय्यूम नियाज़ी को पाकिस्तान के कब्जे वाले आजाद कश्मीर के अगले प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया है। नियाज़ी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अब्बासपुर-पुंछ क्षेत्र से जीत हासिल की थी। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री खान ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद पीओके में पीटीआई सरकार का नेतृत्व करने के लिए नियाजी को चुना।

इन चुनावों में खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने 53 सदस्यीय सदन में 32 सीटें हासिल की हैं। पीओके में पहली बार खान की पार्टी पीटीआई सरकार बनाएगी। भारत ने पीओके में हाल के चुनावों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इस तरह की “कॉस्मेटिक एक्सरसाइज” कुछ और नहीं बल्कि पाकिस्तान द्वारा “अपने अवैध कब्जे को छिपाने” का प्रयास है। भारत ने इस मुद्दे पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

पीओके में चुनावों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान का “इन भारतीय क्षेत्रों पर कोई अधिकार नहीं है” और उसे अपने अवैध कब्जे वाले सभी भारतीय क्षेत्रों को खाली करना चाहिए। उन्होंने पिछले सप्ताह कहा, “पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र में तथाकथित चुनाव पाकिस्तान द्वारा अपने अवैध कब्जे और इन क्षेत्रों में उसके द्वारा किए गए भौतिक परिवर्तनों को छिपाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है।”

उन्होंने कहा, “इस तरह की कवायद न तो पाकिस्तान द्वारा अवैध कब्जे को छिपा सकती है और न ही मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन, शोषण और इन कब्जे वाले क्षेत्रों में लोगों को स्वतंत्रता से वंचित कर सकती है।”

प्रधान मंत्री इमरान खान ने शुक्रवार और शनिवार को कई निर्वाचित सदस्यों का साक्षात्कार लिया था, जिनमें सरदार तनवीर इलियास, बैरिस्टर सुल्तान महमूद, ख्वाजा फारूक, अजहर सादिक और नियाजी शामिल थे। इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर उनसे पर्यावरण, पर्यटन और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर रणनीति और विचारों के बारे में पूछा।

अधिकतर विशेषज्ञों ने कहा कि इलियास और सुल्तान महमूद शीर्ष दावेदार थे और उनमें से कई लोग इस बात से सहमत थे कि इलियास पसंदीदा था। लेकिन नियाज़ी शीर्ष स्थान पाने में सफल हुए। नियाज़ी दो साल पहले पीटीआई में शामिल होने से पहले ऑल जम्मू एंड कश्मीर मुस्लिम कॉन्फ्रेंस के सदस्य थे। उन्हें 2006 में मुस्लिम सम्मेलन के मंच से भी चुने जाने के बाद खाद्य मंत्री के रूप में काम किया था।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के पास सदन में क्रमशः 12 और 7 सीटें हैं। ऑल जम्मू एंड कश्मीर मुस्लिम कांफ्रेंस और जम्मू कश्मीर पीपुल्स पार्टी दोनों ने एक-एक सीट जीती। सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार अनवारुल हक और रियाज गुर्जर को क्रमश: अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुना गया है।