Iran News : द इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी (IRNA) ने सोमवार को बताया कि ईरान के दक्षिण पूर्व में एक आतंकवादी हमले में ईरान (Iran) के सुरक्षा बलों के चार सदस्यों की मौत हो गई। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सदस्य पाकिस्तानी सीमा के पास सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के सरवन क्षेत्र में आतंकवादी कार्रवाई के दौरान मारे गए हैं। यह क्षेत्र ईरान के सबसे गरीब क्षेत्रों में से एक है और बलूची अल्पसंख्यकों का इलाका है जो ईरान में प्रमुख शिया शाखा के बजाय सुन्नी इस्लाम का पालन करते हैं।

IRNA ने और क्या जानकारी साझा की है ?

ईरान की समाचार एजेंसी IRNA ने हमलावरों के बारे में अधिक जानकारी दिए बिना कहा है कि सुरक्षा बलों की ने अपनी ताकत का उपयोग करते हुए आतंकवादी समूह को पाकिस्तान की ओर खदेड़ने में कामयाबी हासिल की है। इस क्षेत्र में पहले भी अल्पसंख्यक और सुन्नी मुस्लिम चरमपंथी समूहों के विद्रोहियों के साथ संघर्ष देखा गया है। रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक बयान का हवाला देते हुए, आईआरएनए ने कहा कि मृतकों में से तीन ईरान की रेड आर्मी बासिज के सदस्य थे। जिसे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राज्य की कार्रवाई के दौरान तैनात किया गया है।

पहले भी हुए हैं हमले

एक बलूची आतंकवादी समूह, जैश अल अदल ने पहले भी इस क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर हमले किए हैं। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि समूह पाकिस्तान में सुरक्षित ठिकानों से संचालित होता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार प्रांतीय राजधानी ज़ाहेदान में पुलिस हिरासत में महसा अमिनी की मौत से उठे राष्ट्रव्यापी विरोध की लहर के दौरान जब सुरक्षा बलों ने 30 सितंबर को कार्रवाई में कम से कम 66 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद देश दहल उठा था। यह ईरान के सत्तारूढ़ लोकतंत्र के पतन का की ओर एक इशारा था जिसे 1979 की क्रांति के बाद से शिया शासित इस्लामिक गणराज्य के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से माना जा रहा है।

एक्टिविस्ट एचआरएएनए समाचार एजेंसी के अनुसार अमिनी की मौत से भड़की अशांति के दौरान 18 दिसंबर तक 502 प्रदर्शनकारी और सुरक्षा बलों के 62 सदस्य मारे गए थे।