कोरोना वायरस ने इटली को बुरी तरह से अपनी चपेट में लिया है। इटली में इस खतरनाक वायरस के चलते अभी तक 86 हजार के करीब लोग संक्रमित हो चुके हैं और 9134 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात ये हैं कि विभिन्न चर्च में सैंकड़ों लाशे रखी हुई हैं। संक्रमण के डर से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
ऐसे में लोग अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो रहे हैं और मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए सेना ने मोर्चा संभाला हुआ है। इटली में लॉकडाउन के तीन हफ्ते गुजर जाने के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पा रही है। सड़कें वीरान हैं और सड़कों पर सिर्फ सायरन बजाती पुलिस और आर्मी की गाड़ियां दिखाई दे रही हैं।
कोरोना वायरस से इटली की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से चरमरा सकती है। दरअसल इटली की अर्थव्यवस्था में इसके इलाके लोम्बार्डी का योगदान करीब 20 फीसदी है। वहीं कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा इसी इलाके में फैला है। लोम्बार्डी में अब तक 23,895 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 5402 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि इटली में पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने की दर में 8 फीसदी की कमी आयी है। माना जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते यह कमी आयी है। इटली की अर्थव्यवस्था की बात करें तो यहां 2008-09 में आयी मंदी से भी बुरे हालात हैं। सरकार ने कंपनियों को 25 बिलियन यूरो का पैकेज देने का वादा किया है। हालांकि इसे बहुत छोटी मदद बताया जा रहा है।
इटली में संक्रमित लोगों की औसत आयु 80.4 साल है। यहां 65 साल से ऊपर के लोगों की आबादी कुल आबादी का 23.3 फीसदी है। कोरोना के चलते इटली में मृत्युदर 80 साल से ऊपर के लोगों में 22 फीसदी है। वहीं 60 साल से कम के लोगों में यह दर सिर्फ एक फीसदी है। इनमें भी डायबिटीज, ह्रदय रोग जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोग शामिल हैं।
कोरोना वायरस ने अमेरिका जैसी महाशक्ति को घुटनों पर ला दिया है। विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित सबसे ज्यादा लोग फिलहाल अमेरिका में हैं और शनिवार को इस विषाणु से मरने वालों की संख्या रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने ये आंकड़े सामने रखे हैं। देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 बीमारी के कारण 450 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
वैश्विक महामारी फैलने के बाद से यहां अब तक 2,010 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यह मामले मात्र तीन दिन में बढ़कर दोगुने हो गए हैं। मृतकों में एक नवजात भी शामिल है। इलिनोइस राज्य के अधिकारियों ने बताया कि वैश्विक महामारी के कारण एक साल से भी कम उम्र के बच्चे की कोविड-19 से मौत का यह दुर्लभ मामला आंकड़ों के मुताबिक स्पेन में 5,812, चीन के 3,299 और फ्रांस के 2,317 की तुलना में यह कुछ कम है।