चीन में कोरोना एक बार फिर हाहाकार मचा रहा है। शी जिनपिंग की सरकार ने कई शहरों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगानी शुरू कर दी है। शेन्जेन शहर में लॉकडाउन लग गया है। यहां के 1.7 करोड़ लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। दूसरे शहरों में भी हालत ठीक नहीं हैं। शंघाई में स्कूल-पार्क बंद कर दिए हैं तो बीजिंग में आवासीय इलाकों में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने कोरोना रैपिड टेस्ट शुरू किए हैं। लोगों से कहा गया है कि वो घरों से बाहर न निकलें।
इससे पहले चीन के जिलीन में लॉकडाउन लगाया जा चुका है। शहर के 90 लाख लोगों को घरों पर रहने के आदेश दे दिए गए थे। शांडोंग के युचेंग में भी लॉकडाउन का आदेश दिया गया है। कुल मिलाकर चीन के ढाई करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हैं। एहतियात के बावजूद कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं।
चीन में शनिवार को दो साल में कोरोना के सबसे अधिक केस दर्ज किए गए। जबकि रविवार को तकरीबन दो हजार नए मामले आए हैं। वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को 1,807 नए मामले आए। इनमें 131 मरीज बाहर से आए हैं। मंत्रालय के मुताबिक चीन में करीब 2 साल में पहली बार एक दिन में 2000 से ज्यादा कोरोना के केस दर्ज हुए हैं।
शेन्जेन में चीन की दो प्रमुख कंपनियों हुआवे और टेनसेंट का हेडऑफिस है। यह शहर हांगकांग से सीमा साझा करता है, जहां कोरोना से लोग संक्रमित हो रहे हैं। हांगकांग में भी तमाम एहतियात के बाद स्थिति लगातार खराब होती जा रही है।
हांगकांग में कोविड के 27 हजार से ज्यादा नए मामले मिले हैं। हांगकांग सरकार का कहना है कि हो सकता है कि इलाके में कोविड संक्रमण की लहर अभी चरम पर ना पहुंची हो। उन्होंने कहा कि हमें बहुत सतर्कता बरतनी चाहिए। नहीं तो वायरस हाहाकार मचा सकता है। लोग इसकी चपेट में आते जा रहे हैं।
उधर, भारत में कोरोना अब दम तोड़ रहा है। बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के 3,116 नए मामले सामने आए, जो पिछले 676 दिनों में संक्रमण के सबसे कम केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान 47 और मरीजों की मौत होने से देश में कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 5,15,850 हो गई है।