बांग्लादेश में 35 साल के एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई नेताओं की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में सात साल की जेल की सजा सुनायी गयी है। दक्षिणपंथी समूहों ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि शेख हसीना सरकार सख्त इंटरनेट कानूनों का उपयोग असंतुष्टों की आवाज दबाने के लिए कर रही है। बांग्लादेश साइबर ट्रायब्यूनल के एक न्यायाधीश ने मुनीर हुसैन नामक व्यक्ति को बुधवार को यह सजा सुनायी।
बीडीन्यूज24 डॉट काम की खबर के अनुसार इस मामले में दो और आरोपी थे लेकिन आरोपों के साबित नहीं होने के कारण उन्हें बरी कर दिया गया।
फैसले के अनुसार मुनीर ‘‘मुनीर टेलीकॉम’’ नाम से एक दुकान चलाता था और 2013 में उसने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों को शेख हसीना, पूर्व राष्ट्रपति जिल्लूर रहमान और मनमोहन सिंह की ऐसी तस्वीरें भेजी थी जिनमें छेड़छाड़ की गयी थी। दक्षिणपंथी समूहों ने सख्त इंटरनेट कानूनों का उपयोग करने के लिए सरकार की आलोचना की।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई दफह नेताओं की तस्वीरों से छेड़छाड़ की खबरें आ चुकी हैं। बीते साल जून में हुई आरएसएस की बैठक में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर मुख्यालय पहुंचे थे। मुखर्जी के इस दौरे पर सभी की नजरें टिकी हुई थीं। सब यह जानने के लिए उत्सुक थे कि पूरी जिंदगी बतौर कांग्रेसी नेता आरएसएस की विचारधारा का विरोध करने वाले प्रणब मुखर्जी यहां क्या बोलेंगे? इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के संघ मुख्यालय के कार्यक्रम में पहुंचने के कुछ देर बाद ही एक मॉर्फ्ड तस्वीर सामने आई थी। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच पर मौजूद प्रणब आरएसएस की काली टोपी पहने नजर आए थे। इसके अलावा, वह संघ की प्रार्थना के वक्त स्वयंसेवक की तरह सीने के सामने हाथ उठाए नजर आए थे।
भाषा के इनपुट के साथ।