संकटग्रस्त अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाकों के बाद अमेरिका ने बड़ा ऐक्शन लिया है। यूएस का दावा है कि उसने कट्टरपंथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर ड्रोन से एयरस्ट्राइक की और शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि उसने टारगेट को मार गिराया है।
अमेरिका के सेंट्रल कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने शुक्रवार को कहा, ‘‘अमेरिकी सेना ने इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आईएसके) साजिशकर्ता के खिलाफ आज आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। यह मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में हुआ। शुरुआती संकेत मिले हैं कि हमने लक्षित व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। हमारे पास किसी भी असैन्य व्यक्ति के न मारे जाने की जानकारी है।’’
इससे पहले, व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन काबुल हवाईअड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादियों को जिंदा नहीं छोड़ना चाहते। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने कल यह स्पष्ट कर दिया वह उन्हें धरती पर जिंदा नहीं छोड़ना चाहते।’’
बाइडन ने हमले में मारे गए 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत का बदला लेने की प्रतिबद्धता जतायी और इसके लिए जिम्मेदार आतंकवादियों से कहा, ‘‘हम तुम्हें मार गिरायेंगे और तुम इसकी कीमत चुकाओगे।’’ गुरुवार को व्हाइट हाउस में उन्होंने कहा था, ‘‘जिन्होंने यह हमला किया और साथ ही जो अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहता हैं, उन्हें बता दूं कि हम बख्शेंगे नहीं। हम भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें मार गिराएंगे और तुम इसकी कीमत चुकाओगे। मैं अपने हितों और अपने लोगों की रक्षा करूंगा।’’
बहरहाल, अभी यह पता नहीं चला है कि क्या बृहस्पतिवार को काबुल हवाईअड्डे पर हुए हमले में आईएसआईएस-के का साजिशकर्ता शामिल था। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध ‘इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत’ (आईएसकेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बता दें कि अमेरिका ने काबुल हवाईअड्डे पर आत्मघाती धमाकों के 48 घंटे से भी कम समय में यह जवाबी कार्रवाई की है। हमले में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी।

‘अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित प्रयास की जरूरत’: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इटली के अपने समकक्ष मारियो द्राघी से बात की और अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पैदा हुए सुरक्षा हालातों के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी से बात की और अफगानिस्तान के ताजा हालात पर समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकता पर चर्चा की। हमने जी-20 में सहयोग और जलवायु परिवर्तन जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की।’’
बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने फोन पर हुई चर्चा के दौरान अफगानिस्तान की ताजा स्थिति और इससे विश्व और क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर विमर्श किया। पीएमओ के मुताबिक दोनों नेताओं ने काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए घातक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना सुनिश्चित करने पर जोर दिया।