फ्रांस की राजधानी पेरिस में कंसर्ट हॉल, रेस्तरां और राष्ट्रीय खेल स्टेडियम को निशाना बनाकर बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों ने हमले किए जिनमें कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई। इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलोंद ने इन आतंकी हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट (आइएस) को जिम्मेदार ठहराया है और बिना किसी दया के जवाबी हमला करने का संकल्प किया है। ओलोंद ने इन हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया। आपात सुरक्षा बैठक के बाद ओलोंद ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान किया और देश की सुरक्षा को सबसे उच्चतम स्तर पर ले जाने की बात कही।

पेरिस में इन जघन्य हमलों को अंजाम देने वाले कम से कम आठ आतंकवादियों ने आत्मघाती बेल्ट लपेट रखा था। उन्होंने पेरिस की सड़कों पर खून-खराबा मचाया। साल 2004 के मैड्रिड ट्रेन बम धमाकों के बाद यूरोप में यह अब तक का सबसे जघन्य हमला है। सबसे भयावह जनसंहार पूर्वी पेरिस में स्थित एक कंसर्ट हॉल बाताक्लां में हुआ, जहां एक अमेरिकी रॉक बैंड को प्रस्तुति देनी थी। हाथों में एके-47 लिए हुए और ‘अल्लाह-हो अकबर’ बोलते हुए चार हमलावर कंसर्ट हॉल में घुसे और कम से कम 82 लोगों की हत्या कर दी और कई लोगों को बंधक भी बनाया।

रेडियो प्रस्तोता पीयरे जनांसजाक ने कहा, ‘उन्होंने गोलीबारी नहीं रोकी। उस वक्त हर तरफ खून और लाशें बिखरी हुई थीं। हर कोई भागने की कोशिश कर रहा था। मैंने उन्हें स्पष्ट रूप से यह कहते हुए सुना कि ओलोंद की गलती है, यह तुम्हारे राष्ट्रपति की गलती है, उन्हें सीरिया में दखल नहीं देना चाहिए’।

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इस्लामिक स्टेट ने ऑनलाइन एक बयान जारी कर कहा कि ‘विस्फोटकों वाली बेल्ट पहनकर और रायफल लेकर आठ भाइयों ने आक्रमणकारी फ्रांस पर हमला किया है’। मारे गए 128 लोगों में आठ हमलावर शामिल नहीं हैं। फ्रांस में पहली बार आत्मघाती हमलावरों ने हमले किए हैं। इन हमलों में कम से कम 250 लोग घायल हो गए जिनमें 100 की हालत गंभीर है।

इसी साल जनवरी में यहां व्यंग्य पत्रिका ‘शार्ली एब्दो’ के दफ्तर और एक यहूदी सुपरमार्केट पर हमला किया गया किया था जिनमें 17 लोग मारे गए थे। अगस्त में बड़ा हमला उस वक्त टल गया था जब एक हाई-स्पीड ट्रेन से एक बंदूकधारी को पकड़कर हमला विफल किया गया था। हमलों के बाद पेरिस में सभी खेल आयोजन रद्द कर दिए गए और संग्रहालयों व स्वीमिंग पूल जैसे स्थानों पर लोगों को पहुंचने से रोका गया है। स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। पेरिस के पुलिस प्रमुख माकइल कादोत ने कहा कि पेरिस और आसपास के इलाकों में गुरुवार तक के लिए प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है।

राष्ट्रपति ओलोंद खुद इस जघन्य हमले की जद में आ गए थे जब वे उस स्टेडियम में थे जिसके निकट आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया। स्टेडियम से ओलोंद को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यहां फ्रांस और जर्मनी के बीच मैत्री फुटबॉल मैच चल रहा था।

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कंसर्ट हॉल बाताक्लां में सबसे भयावह हमला हुआ जहां 1,000 से अधिक प्रशंसक जमा थे। यहां ‘इगल्स आॅफ डेथ मेटल’ बैंड का कार्यक्रम होने वाला था। आत्मघाती बेल्ट पहने चार बंदूकधारियों ने यहां हमला किया और भीड़ पर गोलियां बरसार्इं। हमलावरों के पास अत्याधुनिक हथियार थे।

हॉल के अंदर मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। लोग घायलों और लाशों के ऊपर से भागने लगे या फिर छिपने की कोशिश करने लगे। आतंकवादियों ने कई लोगों को बंधक बना लिया और फिर उनकी हत्या कर दी। भारतीय समयानुसार शनिवार तड़के सुबह पांच बजे तीन आतंकवादियों ने उस वक्त खुद को उड़ा लिया जब आतंकवाद निरोधक पुलिस दस्ता वहां पहुंचा। चौथे आतंकवादी को मार गिराया गया।

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बाउलेवर्द वोल्तेयर के पास एक और हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। आसपास के कई दूसरे रेस्तरां और मनोरंजन स्थलों को निशाना बनाया गया। ओलोंद के कार्यालय ने कहा है कि पेरिस में पुलिस बल के साथ 1,500 सैनिकों को भी तैनात किया गया है।

हमलों में कुल आठ आतंकवादी मारे गए हैं। इनमें वे आतंकवादी भी शामिल हैं जिनकी मौत आत्मघाती बेल्टों में विस्फोट के कारण हुई। चार हमलावर बाताक्लान कंसर्ट हॉल में मारे गए। तीन हमलावरों की मौत आत्मघाती बेल्टों में विस्फोट से हुई और एक हमलावर पुलिस की गोलीबारी में मारा गया। तीन और हमलावरों की मौत नेशनल स्टेडियम के पास हुई और एक आतंकवादी पूर्वी पेरिस की एक गली में मारा गया।

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ओलोंद ने आपातकाल की घोषणा की और कहा कि वे देश की सीमाओं को बंद कर रहे हैं। अधिकारियों ने बाद में बताया कि वे सीमाओं पर केवल दोबारा प्रतिबंध लगा रहे हैं जिन्हें 1980 में यूरोप की ओर से मुक्त-यात्रा क्षेत्र बनाने के बाद हटा दिया गया था। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘एक दृढ़ फ्रांस, एक एकीकृत फ्रांस, एक फ्रांस जो एकसाथ मिलकर आगे आता है और एक फ्रांस जो आज भी खुद को लड़खड़ाने नहीं देगा। इस तबाही के साथ भावनाओं का एक अथाह सैलाब आया है। यह त्रासदी घृणित है क्योंकि यह वहशीपन है।’’

पुलिस ने बताया कि कंसर्ट हॉल में हुई मौतों के अलावा पेरिस के 10वें आरोंदिसेमां के एक रेस्तरां और शुक्रवार रात को भीड़भाड़ वाले अन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले में कई लोगों की मौत हो गई। हमले के बाद रॉक बैंड यू2 ने पेरिस में शनिवार रात कंसर्ट की अपनी योजना रद्द कर दी। ओलोंद ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा, ‘यह एक कड़ी परीक्षा है, एक बार फिर हम पर हमला किया गया है। हम जानते हैं कि यह किसने किया है, अपराधी कौन हैं और ये आतंकी कौन हैं’?

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अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इन हमलों की निंदा करते हुए कहा, ‘यह संपूर्ण मानवता पर हमला है। उन्होंने कहा कि पेरिस पर किए गए हमले मासूम नागरिकों को आतंकित करने का घृणित प्रयास है। उन्होंने संकल्प लिया कि वे इन हमलों की साजिश करने वालों को इंसाफ के कठघरे तक लाने के लिए हरसंभव मदद करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह ‘मानवता पर हमला’ है। इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि बहुत देर हो जाए, इससे पहले आतंकवाद को परिभाषित किया जाए ताकि पूरी दुनिया यह जान सके कि कौन आतंकवाद का समर्थन कर रहा है और कौन इसके खिलाफ है। ओलोंद को इस सप्ताहांत तुर्की में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने जाना था लेकिन उन्होंने इस यात्रा को रद्द कर दिया। इस शिखर सम्मेलन में इस्लामी चरमपंथियों के फैलाए जा रहे आतंकवाद के बढ़ते भय पर प्रमुख तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाना है।

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