कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो एक बार हो जाए, तो धीरे-धीरे बढ़ती चली जाती है। कैंसर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। दुनिया भर में कैंसर लोगों अधिक प्रभावित कर रहा है। ICMR के अनुसार, देश में हर साल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day) मनाया जाता है। हालांकि, कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज करवा लिया जाए तो इससे बचाव हो सकता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के जर्नल में छपी एक रिसर्च के मुताबिक, रोजाना कॉफी पीते हैं तो यह शरीर को सिर्फ एनर्जी देने के अलावा कई गंभीर बीमारियों से भी बचा सकती है। कॉफी के सेवन से हेड और नेक कैंसर का जोखिम कम होता है, क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाकर कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करती है।

कॉफी कैंसर से कैसे बचाती है?

कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट, कैफीन और बायोएक्टिव कंपाउंड्स होते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाते हैं। कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड (Chlorogenic Acid) और कैटेचिन्स (Catechins) जैसे तत्व होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं। यह शरीर की कोशिकाओं को मजबूत बनाकर म्यूटेशन और कैंसर सेल्स बनने से रोकती है। रोजाना एक कप ब्लैक कॉफी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे कैंसर और अन्य बीमारियों से बचाव होता है।

कैंसर के लक्षण

  • शरीर में किसी भी अंग में घाव या नासूर, जो न भरे
  • लंबे समय से शरीर के किसी भी अंग में दर्दरहित गांठ या सूजन
  • मल, मूत्र, उल्टी और थूक में खून आना
  • आवाज में बदलाव
  • निगलने में दिक्कत
  • लंबे समय तक लगातार खांसी
  • बिना कारण वजन घटना, कमजोरी आना या खून की कमी

कैंसर का कारण

अमेरिकी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार, मोटापे के कारण ब्रेस्ट, यूटेरस, कोलोन और किडनी का कैंसर होने का खतरा होता है। मोटापा शरीर में सूजन और हार्मोनल में बदलाव का मुख्य कारण बनता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। पबमेड सेंट्रल नाम के एक जर्नल पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वर्क स्ट्रेस के कैंसर का खतरा बढ़ता है। मानसिक तनाव के कारण फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती है और शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा होने लगते हैं, जो बाद में कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

कैंसर से बचाव के उपाय

  • धूम्रपान, तंबाकू, सुपारी, चुना, पान-मसाला, गुटखा, शराब आदि का सेवन न करें
  • विटामिन युक्त और रेशे वाला (हरी सब्जी, फल, अनाज, दालें) पौष्टिक भोजन खाएं
  • अधिक तले, भुने, बार-बार गर्म किए तेल में बने और अधिक नमक में वाले भोजन न खाएं
  • अपना वजन सामान्य रखें
  • नियमित एक्सरसाइज करें

वर्ल्ड कैंसर डे का इतिहास (World Cancer Day)

वर्ल्ड कैंसर डे हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इससे बचाव के तरीकों को समझाना और समय पर इलाज के महत्व को बताना है। पहली बार वर्ल्ड कैंसर डे 4 फरवरी 2000 को पेरिस में “वर्ल्ड समिट अगेंस्ट कैंसर” में मनाया गया था। इसे यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) द्वारा शुरू किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना और इसे खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करना था।

हर साल वर्ल्ड कैंसर डे की एक थीम होती है। 2024 से 2026 तक की थीम है “Close the Care Gap” यानी “देखभाल की खाई को पाटें”। इसका मतलब है कि सभी लोगों को समान स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए, चाहे वे किसी भी क्षेत्र, जाति या वर्ग से हों।

वहीं, किडनी की समस्या होने से पहले शरीर कई संकेत देता है, जिन्हें नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, किडनी की समस्या के संकेतों को समय रहते पहचानना जरूरी है, नहीं तो किडनी फेल हो सकती है।