मौसम में बदलाव होने के साथ-साथ हमारी डाइट में भी बदलाव होने लगता है। गर्मी में जहां हम ठंडी तासीर के फल और सब्जियां ज्यादा खाते हैं और लिक्विड फूड का ज्यादा सेवन करते हैं, वहीं सर्दी में हम ऐसे फूड का सेवन ज्यादा करना चाहते हैं जिनसे बॉडी को ज्यादा एनर्जी और गर्मी मिले। सर्द मौसम में सब्जियों की बहार होती है। इस मौसम में कुछ सब्जियां ऐसी पाई जाती हैं जिनकी तासीर गर्म होती है और जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद भी होती है। 

मूली भी एक ऐसी ही सब्जी है जिसकी तासीर गर्म होती है और जो सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक मूली का सेवन अगर आप सुबह और दिन में करते हैं तो उसकी तासीर गर्म होती है और अगर रात में उसका सेवन करते हैं तो उसकी तासीर ठंडी होने लगती है। सेहत के लिए अमृत इस सब्जी को आप कच्चा और पका कर दोनों तरह ही इस्तेमाल कर सकते हैं। इस सब्जी का सेवन करने से न सिर्फ बॉडी को पोषक तत्व मिलते हैं बल्कि पाचन भी दुरुस्त रहता है। आइए जानते हैं कि सर्दी में मूली का सेवन क्यों करना चाहिए।

सर्दी में मूली का सेवन क्यों करना चाहिए?

बदलते मौसम के दौरान हमारी बॉडी को हेल्दी रखने के लिए, बॉडी में एनर्जी के स्तर को बनाए रखने के लिए और इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। मूली एक ऐसी सब्जी है जिसका सेवन सर्दी में करके हमारी बॉडी की ये सारी डिमांड पूरी होती है। कम वसा वाली मूली का सेवन करने से बॉडी हेल्दी रहती है और बॉडी को पर्याप्त एनर्जी मिलती है। आइए जानते हैं कि मूली का सेवन सर्दी में करने से बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।

इम्यूनिटी होती है बूस्ट

सर्दी के मौसम में मूली का सेवन करने से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है। मूली विटामिन सी से भरपूर एक सब्जी है जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए अहम टूल है। मूली का सेवन करने से संक्रमण से बचाव होता है और बॉडी हेल्दी रहती है। विटामिन सी अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। इम्यूनिटी मजबूत करने में मूली बेस्ट सब्जी है।

पाचन में सुधार होता है और पाचन डिटॉक्स होता है

सर्दी के मौसम में हम लोग ज्यादा हैवी और वसा वाले फूड्स का सेवन करते हैं जिससे पाचन पर असर पड़ता है। इन फूड्स का सेवन करने से पाचन सुस्त पड़ने लगता है और पाचन से जुड़ी परेशानियां भी बढ़ने लगती है। ऐसे में आप पाचन को दुरुस्त करने के लिए मूली का सलाद बनाकर खाएं। इनमें फाइबर और ग्लूकोसिनोलेट्स और एंथोसायनिन जैसे यौगिक होते हैं जो पाचन को दुरुस्त करते हैं।  मूली फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करता है और कब्ज को दूर करता है।

लिवर होता है डिटॉक्स

मूली पित्त उत्पादन को उत्तेजित करने के लिए भी जानी जाती है, जो लिवर को डिटॉक्सिफाई करने और फैट को कम करने में मदद करती है। यह बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने में भी मदद करती है। मूली को डाइट में शामिल करने का सबसे आसान तरीका कच्चा सलाद, अचार, सब्जी, सूप या स्टू बनाना है।

वजन रहता है कंट्रोल

मूली एक ऐसी सब्जी है जिसमें कैलोरी कम होती है और पानी ज्यादा होता है। इसका सेवन करने से पेट लम्बे समय तक भरा रहता है और खाने की क्रेविंग कंट्रोल रहती है। अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो आप डाइट में फाइबर रिच मूली का सेवन करें। 100 ग्राम मूली में केवल 16 कैलोरी होती है जिसका सेवन करने से वजन बिल्कुल नहीं बढ़ता। मूली में मौजूद फाइबर पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है और आपका पेट भरा हुआ महसूस करते हैं।

मूली सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है लेकिन इस सब्जी के साथ कुछ फूड्स का सेवन जहर बन जाता है। आइए जानते हैं कि मूली के साथ किन फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए।