हमारे शरीर के सभी अंग बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। फिर भी अगर शरीर के सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण अंग की बात करें, तो वह आंखें होती हैं। हम अक्सर कुछ ऐसी गलतियां कर रहे हैं, जिसके कारण हमारी आंखों की रोशनी कम हो रही है। इसके अलावा भी धीरे–धीरे हमारी आंखों में तरह-तरह की बीमारियां हो रही है। डॉक्टर आई इंस्टिट्यूट, मुंबई के सीईओ, डॉ. कुमार डॉक्टर ने बताया कि कम उम्र में ही आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है। इसके साथ ही आंखों की रोशनी अच्छी बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए।

कम उम्र में आंखों की रोशनी कमजोर होने का कारण

डॉ. कुमार डॉक्टर के मुताबिक, आजकल अनहेल्दी खानपान और लाइफस्टाइल के चलते बच्चे से लेकर बड़े तक सभी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों की बात की जाए तो उनकी छोटी उम्र में आंखों की रोशनी कम हो रही है और चश्मा लग रहा है। पहले के समय में बढ़ती उम्र के साथ किसी को चश्मा लगाते हुए देखा जाता था, लेकिन अब छोटे बच्चे भी मोटे लेंस वाले चश्मे पहने नजर आते हैं। हालांकि, कम उम्र में ही आंखों की रोशनी कमजोर होने के कई कारण हैं। जिसमें मुख्य तौर पर स्क्रीन का बढ़ता इस्तेमाल, असंतुलित आहार और बाहरी गतिविधियों की कमी शामिल है।

स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल

आजकल बच्चे मोबाइल फोन, लैपटॉप और टीवी का अधिक उपयोग कर रहे हैं। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों को नुकसान पहुंचाती है और दृष्टि को कमजोर करती है। ऑनलाइन क्लास, गेमिंग और दिन भर वीडियो देखने से आंखों पर दबाव बढ़ता है, जिसके कारण चश्मे की जरूरत जल्दी बढ़ने लगती है।

बाहर खेलने की कमी

पहले बच्चे ज्यादातर समय खुले मैदानों में खेलते थे, जिससे उन्हें प्राकृतिक रोशनी और आंखों के लिए खुला वातावरण मिलता था, लेकिन अब ज्यादातर बच्चे घर के अंदर ही रहते हैं और स्क्रीन के सामने लगे रहते हैं, जिससे आंखों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।

खराब खानपान

आंखों की सेहत के लिए विटामिन ए, सी और ई जैसे पोषक तत्व जरूरी हैं। हरी सब्जियां, गाजर, टमाटर, संतरा और नट्स का सेवन आंखों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन आजकल बच्चों का खानपान जंक फूड और तले-भुने फूड्स पर ज्यादा निर्भर हो गया है, जिससे उनकी आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है।

कैसे करें आंखों की हेल्थ अच्छी

बच्चों की आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए लाइफस्टाइल के साथ-साथ कुछ चीजों का खास ध्यान रखना पड़ेगा। स्क्रीन टाइम कम करें बच्चों को मोबाइल और लैपटॉप से ​​दूर रखने की कोशिश करें। अगर पढ़ाई के लिए स्क्रीन का इस्तेमाल करना जरूरी है, तो 20-20-20 नियम का पालन करें। यानी हर 20 मिनट के बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें।

प्राकृतिक रोशनी और हरे-भरे वातावरण में समय बिताने से आंखों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। बच्चों को रोजाना कम से कम 1 घंटे के लिए बाहर खेलने के लिए भेजें। इसके साथ ही बच्चों को गाजर, पालक, टमाटर, शकरकंद, बादाम और अखरोट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर आहार दें। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना कुछ आसान व्यायाम करें, जैसे अपनी उंगलियों पर ध्यान केंद्रित करें और उन्हें धीरे-धीरे पास-दूर ले जाएं। आंखों को गोलाकार गति में घुमाएं। हल्के हाथों से अपनी आंखों की मालिश करें।