हेयर फॉलिकल्स में मेलेनिन होता है, जिसके चलते ही हमारे बाल काले होते हैं। अब, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, ये फॉलिकल्स घटने लगते हैं यानी मेलेनिन की मात्रा कम होने लगती है। यही कारण है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे बाल सफेद हो जाते हैं। ये एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो सिर से लेकर पूरे शरीर के बालों के साथ होती है, साथ ही प्यूबिक हेयर भी उम्र के साथ सफेद हो जाते हैं। हालांकि, अगर 20-25 की उम्र में ही आपके प्यूबिक हेयर सफेद हो रहे हैं, तो यहां हम आपको इसके पीछे कुछ संभावित कारणों के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-

ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

विटामिन बी12 की कमी

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, विटामिन बी 12 की कमी होने पर बॉडी पर्याप्त मात्रा में रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन नहीं कर पाती है, जिससे बालों के सफेद होने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। ऐसे में अगर कम उम्र में ही आपके प्यूबिक हेयर सफेद हो रहे हैं, तो एक बार बॉडी में विटामिन बी 12 की जांच जरूर करा लें। वहीं, इस कमी को पूरा करने के लिए आप ऑर्गन मीट, पनीर, अंडे, दही आदि का सेवन कर सकते हैं।

तनाव

क्रोनिक स्ट्रेस के चलते आपको तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं परेशानियों में से एक है समय से पहले बालों का सफेद हो जाना। दरअसल, जब आप किसी बात का अधिक तनाव लेते हैं, तो इससे आपकी बॉडी एक खास तरह का हार्मोन रिलीज करती है, जो मेलेनिन के उत्पादन को बाधित कर एजिएंग प्रक्रिया को तेज कर सकता है।

मामले को लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट बताती है कि तनाव स्टेम कोशिकाओं को प्रभावित करता है। वहीं, ये सेल्स बालों के रंग को रीजेनरेट करने के लिए जिम्मेदार होती हैं। ऐसे में किसी भी बात का अधिक स्ट्रेस लेने से बचें।

विटिलिगो

विटिलिगो स्किन से जुड़ी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें भी मेलेनिन की हानि होने लगती है। इस स्थिति से पीड़ित होने पर बालों और स्किन पर सफेद धब्बे पड़ने लगते हैं। ऐसे में अगर आपके बाल बिना पैटर्न के सफेद हो रहे हैं, तो ये विटिलिगो के चलते हो सकता है। इसे लेकर समय रहते हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह लेना जरूरी हो जाता है।

केमिकल एक्सपोजर

हेयर रिमूवल क्रीम, साबुन या इंटिमेट सफाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लिक्विड में मौजूद कठोर रसायनों के संपर्क में आने से भी बालों के रोम को नुकसान हो सकता है और बालों का रंग बदल सकता है। ऐसे में किसी भी तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह जरूर लें।

धूम्रपान

आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि धूम्रपान भी प्यूबिक हेयर के सफेद होने का एक कारण हो सकता है। इंडियन डर्मेटोलॉजी ऑनलाइन जर्नल द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि धूम्रपान बाल सफेद होने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है, ऐसा तंबाकू में मौजूद हानिकारक रसायनों के कारण होता है, जो बालों के रोमों को नुकसान पहुंचा सकता है और मेलेनिन उत्पादन को बाधित कर सकता है।

हार्मोनल परिवर्तन

हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव मेलेनिन उत्पादन को प्रभावित कर सकता है और इसके चलते भी आपके प्यूबिक हेयर सफेद हो सकते हैं। इसके अलावा, पीसीओएस या एड्रेनल ग्लैंड डिसऑर्डर जैसी स्थितियों के कारण होने वाला हार्मोनल असंतुलन भी बालों के समय से पहले सफेद होने में योगदान कर सकता है।

जेनेटिक्स

इन सब से अलग इसके पीछे जीन्स भी एक अहम कारण हो सकता है। यानी आपकी फैमिली हिस्ट्री में ऐसा होने के चलते आपको भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • सफेद प्यूबिक हेयर से बचने के लिए पर्याप्त पोषण जरूर है। ऐसे में अपनी डाइट में सभी आवश्यक विटामिन और मिनरल्स को शामिल करें।
  • धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचें क्योंकि ये बालों के सफेद होने की गति को बढ़ा सकते हैं।
  • किसी भी बात का अधिक तनाव लेने से बचें। स्ट्रेस को कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं।
  • इन सब से अलग पीसीओएस, विटिलिगो या हार्मोनल असंतुलन जैसी चिकित्सीय स्थिति को लेकर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।