फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हमेशा से ही अच्छा होता है। नियमित रूप से फलों का सेवन करने से कई बीमारियों से बचाव होता है और शरीर को एनर्जी के साथ-साथ मजबूती मिलती है, लेकिन लोगों के दिल में ये सवाल हमेशा आता है कि वजन कम करने और कई अन्य फायदे के लिए किस फल को डेली रूटीन में शामिल किया जाना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको केला और अमरूद के फायदे बता रहे हैं और दोनों में से कौन से सबसे ज्यादा फायदेमंद होते हैं। दोनों के स्वास्थ्य लाभ अलग-अलग होते हैं।

अमरूद के पोषक तत्व

अमरूद और केले दोनों ही फल पोषक तत्वों से भरपूर हैं। अमरूद हाई विटामिन सी तत्व के लिए जाना जाता है। प्रतिदिन केवल एक अमरूद खाने से विटामिन सी दोगुना तेजी से शरीर को मिलता है। यह आहार फाइबर, फोलेट और लाइकोपीन जैसे कई एंटीऑक्सीडेंट का भी एक बड़ा स्रोत है। अमरूद में केले की तुलना में कम चीनी होती है और कैलोरी भी कम होती है।

केले के पोषक तत्व

केले में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो स्वस्थ हार्ट क्रिया और मांसपेशियों के कंट्रोल को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। ये विटामिन बी6, विटामिन सी और मैंगनीज का भी अच्छा स्रोत है। केले में अमरूद की तुलना में चीनी की मात्रा अधिक होती है। ये मुख्य रूप से ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज जैसी प्राकृतिक शर्करा के रूप में जाना जाता है। केला शरीर में तेजी से एनर्जी बढ़ाने का काम करता है।

अमरूद के फायदे

अमरूद में प्राकृतिक रूप से फाइबर होता है, जो पाचन में सहायता करता है और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है। विटामिन सी की उच्च मात्रा प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी का समर्थन करती है, जबकि लाइकोपीन जैसे एंटीऑक्सीडेंट में सूजन-रोधी गुण होते हैं। अमरूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए बहुत अच्छा होता है। हाई फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट के कारण अमरूद ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार है।

केले के फायदे

केले अपने हाई पोटैशियम के लिए जाने जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करता है। केले में हाई फाइबर होता है जो पाचन के लिए अच्छा होता है। ये शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। केले में ट्रिप्टोफैन होता है, जो सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाकर मूड और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद करता है।

अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स

अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिसका मतलब है कि इसका ब्लड शुगर लेवल पर धीमा असर होता है। यह इसे उन लोगों के लिए एक बेहतरीन फल बनाता है जो अपने ब्लड शुगर को मैनेज करना चाहते हैं, जिनमें डायबिटीज वाले लोग भी शामिल हैं।

केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स

केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है, जिसका मतलब है कि ये ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकते हैं। हालांकि, केले का GI उनके पकने के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। पके केले की तुलना में कच्चे केले का GI कम होता है, जो उन्हें ब्लड शुगर को मैनेज करने वालों के लिए बेहतर विकल्प बनाता है।

अमरूद या केला कौन सा फायदेमंद?

कैलोरी और वजन कंट्रोल करने वालों के लिए अमरूद अच्छा होगा। इसमें कम कैलोरी और हाई फाइबर होता है। फाइबर आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है, जिससे ज्यादा खाने की संभावना कम हो जाती है। जबकि, केले में चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण अमरूद की तुलना में अधिक कैलोरी होती है। हालांकि, ये अभी भी एक स्वस्थ नाश्ते के लिए एक अच्छा विकल्प है, लेकिन कैलोरी-प्रतिबंधित आहार पर रहने वालों को हिस्से के आकार के बारे में सावधान रहना चाहिए।

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