शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए आयुर्वेद कुछ खास चीजों के इस्तेमाल की सलाह देता है। जिसके नियमित उपयोग न सिर्फ सेहत को फायदा मिलेगा, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा। आयुर्वेद में नारियल तेल को बहुत लाभकारी माना जाता है। नारियल तेल शरीर के साथ-साथ बालों में भी लगाया जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक, नारियल तेल में थोड़ा सा कपूर मिला लिया जाए तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। नारियल के तेल में कपूर मिलाकर उपयोग करने से ढ़ेर सारी बीमारियों में राहत मिल सकती है।
योग एंड आयुर्वेद एक्सपर्ट सिद्धार्थ बनर्जी के मुताबिक, बाजार में कई महंगे तेल, सीरम और टॉनिक उपलब्ध हैं, लेकिन उनके नतीजे हमेशा उम्मीद के मुताबिक नहीं आते। नारियल का तेल बालों के लिए बहुत उपयोगी होता है और अगर इसमें कपूर मिला दें, तो फायदे दोगुने हो जाते हैं।
सर्दी-खांसी से राहत
नारियल का तेल गर्माहट देता है, जबकि कपूर अपनी सुगंध से ठंडक पहुंचाता है और श्वसन मार्ग को खोलता है। हल्की मालिश बंद नाक या हल्की खांसी से राहत दिला सकती है। यह प्रक्रिया शाम को या सोने से पहले की जाए तो ज्यादा फायदेमंद होती है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह रोजमर्रा की थकान के कारण होने वाली श्वसन समस्याओं को भी कम करता है।
गठिया और मांसपेशियों के दर्द से राहत
नारियल तेल और कपूर का मिश्रण गर्म गुणों से भरपूर होता है। गठिया, कमर दर्द या मांसपेशियों पर हल्की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे दर्द कम होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। यह उपाय शरीर को आराम देता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
कपूर में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं , जो त्वचा की जलन, खुजली या छोटे-मोटे घावों को ठीक करने में मदद करते हैं। नारियल का तेल त्वचा को पोषण देता है और रूखेपन को कम करता है। इसे लगाने से त्वचा मुलायम और कोमल हो जाती है। यह मिश्रण न केवल बालों के लिए, बल्कि त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। इसके नियमित उपयोग से त्वचा स्वस्थ रहती है।
बालों के लिए फायदेमंद
कपूर मिला नारियल का तेल बच्चों के बालों में जूंओं के लिए सबसे अच्छा उपाय है। इसकी महक जूंओं को मार देती है और इसके अम्लीय गुण उन्हें मारने में मदद करते हैं। यह बालों को पोषण देकर उन्हें घना, मजबूत और चमकदार बनाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से जूंओं और स्कैल्प फंगस की समस्या दूर हो जाती है।
तनाव से राहत
कपूर की सुगंध मानसिक तनाव को कम करती है और मन को शांत करती है। पीठ, छाती या पैरों पर हल्की मालिश करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है। इससे थकान कम होती है और शरीर को आराम मिलता है। इससे नींद अच्छी आती है और मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
वहीं, फिटनेस ट्रेनर नवनीत रामप्रसाद के अनुसार, सिर्फ लंबी वॉक करना 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मजबूत बनाने के बजाय और भी कमजोर कर सकता है।