डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो अपने साथ कई बीमारियों को सौगात में लेकर आती है। इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो बॉडी के अहम पार्ट्स दिल, किडनी और लंग्स को खतरा पहुंच सकता है। डायबिटीज को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों के लिए ऑयली,प्रोसेस और चीनी वाले फूड्स का सेवन ज़हर है। ब्लड शुगर के मरीज अगर ऑयली फूड्स का सेवन करेंगे तो वेट तेजी से बढ़ेगा और ब्लड शुगर का स्तर भी स्पाइक करेगा। डायबिटीज के मरीजों को संतुलित और सेहत के लिए फायदेमंद डाइट का सेवन करना चाहिए।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट से बचना चाहिए,ये ब्लड शुगर को बढ़ाता हैं। आपको वसायुक्त मांस,पूर्ण वसा वाले डेयरी और तले हुए फूड्स में पाई जाने वाली संतृप्त वसा से परहेज करना चाहिए क्योंकि ये टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में दिल के रोगों का खतरा बढ़ा देते हैं। ट्रांस-फैट एक संतृप्त वसा है जो डायबिटीज के खतरे को 7% तक बढ़ा देता है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीजों को ऑयल का सेवन नहीं करना चाहिए? अगर करना चाहिए तो कौन सा तेल खाएं जिससे ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल रहें। मोहन्स डायबिटीज़ स्पेशलिटीज़ सेंटर के डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ. वी. मोहन ने बताया कि डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो जिस भी तेल का सेवन कर रहे हैं उसका सीमित सेवन करें ये सबसे ज्यादा मायने रखता है। एक्सपर्ट ने बताया है कि उन्होंने अपनी रिसर्च में पाया है कि मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड ऑयल का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेस्ट है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए डाइट में कौन से मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड ऑयल का सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद है मूंगफली का तेल
जिन लोगों का ब्लड शुगर हाई रहता है वो डाइट में मूंगफली के तेल का सेवन करें। इस तेल में मौजूद ओलिक एसिड टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करता है और इंसुलिन का नैचुरल तरीके से उत्पादन करने में मदद करता है। टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों पर जादुई असर करता है ये तेल। मूंगफली के तेल में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होता है जो शुगर के मरीजों के लिए हेल्दी फैट है। इसका सेवन बॉडी में कमजोरी को दूर करता है और ब्लड शुगर भी कंट्रोल करता है।
सूरजमुखी के बीज का ऑयल यूज करें
सूरजमुखी के बीज से लेकर उसका तेल तक ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है। सूरजमुखी के सीड्स से ही सूरजमुखी का तेल निकाला जाता है। ये तेल हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट से भरपूर होता है। कई रिसर्च से पता चला है कि डाइट में सूरजमुखी के तेल का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। डायबिटीज के मरीज अगर इस तेल का सेवन करें तो ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल रहता है।
राइस ब्रान ऑयल का सेवन करें ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा
चावल की भूसी का तेल जिसे राइस ब्रान ऑयल के नाम से भी जाना जाता है। इस तेल में धान की भूसी से तेल निकाला जाता है जो चिपचिपा नहीं होता है। दी अमेरिकन जर्नल चिकित्सा में बताया गया है कि राइस ब्रान ऑयल और तिल का तेल डायबिटीज को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल रहता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है।