डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल, तनाव और जेनेटिक कारण जिम्मेदार हैं। डायबिटीज की बीमारी एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी बन गई है जिसमें उम्र मायने नहीं रखती। कम उम्र में ही लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, बच्चे भी इस बीमारी से अछूते नहीं है। एक स्वस्थ इंसान में सामान्य ब्लड शुगर (blood sugar level)का स्तर 90 से 100 mg/dL के बीच होता है। खराब डाइट और तनाव की वजह से कभी-कभी ब्लड शुगर (blood sugar level)का स्तर घटने बढ़ने लगता है।

डॉ अश्विनी सरोदे चंद्रशेखर (Dr. Ashwini Sarode Chandrashekara)मधुमेह प्रबंधन के मुताबिक ब्लड शुगर बढ़ने के लिए रोजमार्रा की एक्टिविटी भी जिम्मेदार है। खाने के प्रकार, खाने का तरीका, एक्सरसाइज की कमी, दवाईयों का सेवन और शराब का सेवन करने से कई बार ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है।

बच्चों में डायबिटीज की बीमारी खतरनाक हो सकती है। बच्चों में डायबिटीज के लक्षणों की तुरंत पहचान करना जरूरी है। बहुत अधिक प्यास लगना, यूरीन का अधिक डिस्चार्ज होना, भूख ज्यादा लगना डायबिटीज के लक्षण हैं। अगर आप अपने बच्चे में ऐसे लक्षण देख रहे हैं तो तुरंत अपने बच्चें का मधुमेह टेस्ट करवाए।

क्युकी रेडक्लिफ लैब की डॉक्टर Dr Divya Rohra के मुताबिक बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है। ये बीमारी तब होती है जब पैंक्रियाज (pancreas)इंसुलिन (insulin) का उत्पादन नहीं कर पाता है। रिसर्च के मुताबिक भारत में लगभग 97,000 बच्चों को टाइप 1 डायबिटीज(Type 1 diabetes)है। टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) की शुरुआत का पता एक शिशु में लगाया जा सकता है। हालांकि ज्यादातर मामलों में टाइप-1 डायबिटीज के लक्षण 5 साल की उम्र के बाद दिखाई देते हैं।

टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) उन बच्चों में देखा जाता है जहां पैंक्रियाज कम इंसुलिन (insulin)का उत्पादन करता है। नेशनल डायबिटीज स्टैटिस्टिकल रिपोर्ट -2020 (National Diabetes Statistical Report-2020)के अनुसार, लगभग 24% बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) देखा गया। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) 10 से 19 वर्ष के बच्चों में अधिक आम है। आइए जानते हैं कि उम्र के मुताबिक बच्चों में ब्लड शुगर का स्तर कितना होना चाहिए।

आयुफॉस्टिंग ब्लड शुगरखाने से पहले ब्लड शुगर का स्तरखाने के एक घंटे बाद ब्लड शुगर का स्तरसोते समय ब्लड शुगर का स्तर
6 साल तक80 to 180 mg/d100 to 180 mg/dL180 mg/dL
110 to 200 mg/dL

6 to 12 साल तक80 to 180 mg/dL
90 to 180 mg/dL140 mg/dL100 to 180 mg/dL

13 to 19 साल तक70 to 150 mg/dL90 to 130 mg/dL
140 mg/dL90 to 150 mg/dL