बढ़ता तनाव, खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल स्किन से संबंधित बीमारियों का भी कारण बनता है। स्किन पर सफेद दाग आना स्किन की एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए आपकी डाइट बेहद असरदार साबित होती है। सफेद दाग की बीमारी को विटिलिगो भी कहा जाता है। इस बीमारी में मरीज की बॉडी पर सफेद दाग आने लगते हैं। ये दाग हाथ-पैरों,चेहरे पर और बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं।

स्किन की इस बीमारी का मुख्य कारण मेलेनोसाइट्स नामाक कोशिकाओं का नष्ट होना है। इन कोशिकाओं के नष्ट होने से ही स्किन का रंग बदलने लगता है। विटिलिगों की बीमारी में स्किन पर सफेद रंग के निशान आने लगते हैं।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य श्री बालकृष्ण के मुताबिक सफेद दाग की बीमारी में स्किन पर दर्द और खुजली की शिकायत नहीं होती। इस बीमारी से पीड़ित इंसान जब सूरज की रोशनी के संपर्क में जाता है तो उसे थोड़ी जलन जरूर महसूस होती है। विटिलिगों से पीड़ित इंसान इस बीमारी का उपचार करें और डाइट का ध्यान रखें। विटिलिगो से पीड़ित इंसान डाइट चार्ट का पालन करें तो इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं कि सफेद दाग की बीमारी में मरीज की डाइट कैसी होनी चाहिए।

सफेद दाग की बीमारी में कैसी डाइट होनी चाहिए:

  • आयुर्वेद के मुताबिक विटिलिगों के मरीज अपनी डाइट में गेहूं और जौ का सेवन करें। ये दोनों अनाज सेहत के लिए फायदेमंद है।
  • चावल की बात करें तो मरीज पुराने चावल का सेवन करें। पॉलिश चावल का सेवन करने से परहेज़ करें।
  • दालें हमारी डाइट का अहम हिस्सा है। विटिलिगो के मरीज दालों में मूंग की दाल और अरहर की दाल का सेवन करें।
  • सब्जियों में करेला,टिंडे,परवल, नींबू, हल्दी,अनार,परवल, लौकी,तोरई और सहजन का सेवन करें सेहत को फायदा होगा।
  • जड़ वाली सब्जियां जैसे मूली और गाजर का सेवन करें।
  • काले चने और सूखे बादाम का सेवन करें।
  • तांबे के बर्तन में पानी रखकर उसका सेवन करें।
  • केला,सेब और चुकंदर का सेवन करें।

इन चीजों से करें परहेज:

  • अनाज में नया धान,मैदा,काबुली चना, मटर और देसी चना का सेवन करने से परहेज करें।
  • फल और सब्जियों में आलू और कंद मूल से परहेज करें।
  • दूध और दूध से बने पदार्थ से परहेज करें।
  • मछली,गुड़,उड़द,ठंडा भोजन,दूषित पानी,ठंडा पानी से परहेज करें।
  • मसालेदार ऑयली फूड्स से परहेज करें।
  • अधिक नमक,कोल्डड्रिंक्स,शराब,फास्टफूड,जंक फ़ूड से परहेज करें।