Ideal Weight by Height: मोटापा आज दुनिया में लोगों की बहुत बड़ी समस्या है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में करीब 2 अरब से ज्यादा लोग ज्यादा वजन के शिकार हैं। हाईट के हिसाब से सही वजन कितना होना चाहिए, इसके लिए BMI फॉर्मूले का सहारा लिया जाता है। इससे किसी व्यक्ति का कितना वजन होना चाहिए, इसका पता लगाया जाता है। हालांकि पूरी दुनिया में अलग-अलग जगहों पर ज्यादा वजन की परिभाषा अलग-अलग तरह से होती है, इसलिए BMI से औसत वजन का आकलन किया जाता है।

ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक BMI यानी बॉडी मास इंडेक्स ऐसा टूल है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि आपका वजन और हाईट हेल्दी है या नहीं। अगर आपका वजन हेल्दी रेंज में नहीं है तो लाइफस्टाइल से संबंधित कई बीमारियां आपको भविष्य में परेशान कर सकती हैं। इसलिए BMI से यह जाना जा सकता है कि आपका वजन हाईट के हिसाब से कितना होना चाहिए।

कैसे निकाला जाता है बीएमआई (BMI)

बीएमआई (BMI) निकालने के लिए वजन के किलोग्राम को लंबाई या हाईट के वर्ग से विभाजित कर दिया जाता है,शेषफल जो आता है वो BMI है। इसमें हाईट को मीटर में निकालना होता है। इसे साधारण तरह से ऐसे समझा जा सकता है। आप पहले अपना वजन कर लीजिए और लंबाई को मीटर में निकाल लीजिए। अब मान लीजिए कि आपका वजन 73 किलोग्राम है और लंबाई या हाईट 5 फुट 6 इंच है,तो पहले फुट को मीटर में निकाल लेंगे यह 1.70 मीटर के लगभग होगा। अब 73 किलोग्राम में 1.72 के वर्ग यानी 2.89 से भाग देंगे। इसका शेषफल 25.26 आएगा,यही BMI है। यानी 73 किलोग्राम का कोई व्यक्ति यदि 5 फुट 6 इंच का है तो उसका बीएमआई 25 होगा।

कितना बीएमआई है परफेक्ट

25 बीएमआई परफेक्ट माना जाता है। अगर किसी का बीएमआई 25 से ज्यादा है तो उसे ओवरवेट माना जाता है लेकिन अगर 30 से ज्यादा है तो यह मोटापे की बीमारी है और इससे कई बीमारियों का खतरा है। वहीं 18 से कम बीएमआई को अंडरवेट माना जाता है।

बीएमआई निकालने का फॉर्मूला

बीएमआई = वजन / उंचाई (मीटर में) का वर्ग
या
BMI = वजन / (ऊंचाई X ऊंचाई)

क्या हेल्दी होने का पता बीएमआई से चल सकता है

बीएमआई में हाईट के हिसाब से वजन का संतुलन निकाला जाता है, लेकिन हर देश के लोगों की कद-काठी अलग-अलग होती है, इसलिए सभी जगह बीएमआई से परफेक्ट वजन और हाईट के संतुलन का पता नहीं चल सकता है।

सर गंगाराम अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड पैनक्रिएटिक बिलीएरी साइसेंज के कंसल्टेंट डॉ. श्री हरि अनिखिंडी कहते हैं कि भारत में जो आमतौर पर मोटापा है वह पश्चिम देशों से अलग तरह का होता है। पश्चिमी देशों में मोटापा में वजन बढ़ता है तो पूरे शरीर में चर्बी समान रूप से जमती है लेकिन भारत में पेट के आसपास चर्बी जम जाती है जबकि और जगहों पर वजन कम रहता है। इसलिए बीएमआई (BMI) में भारतीय लोगों के मोटापा की सटीकता का पता नहीं लगाया जा सकता है। बीएमआई में पेट की परिधि को मापना जरूरी है, इस बात को लेकर मेडिकल जगत में चर्चा चल रही है। इसके बाद उम्मीद है कि भारत बीएमआई का फॉर्मूला अलग तरह से निकालेगा।