आईवीएफ (IVF) जिसे इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (In Vitro Fertilization) कहते है, यह एक ऐसी सहायक प्रजनन तकनीक (Assisted Reproductive Technology) है, जिसका इस्तेमाल उन जोड़ों की मदद करने के लिए किया जाता है जो नेचुरल तरीके से बच्चा कंसीव नहीं कर पाते। उन कपल्स के लिए ये उम्मीद की किरण हैं जो सालों से अपनी औलाद पाने की ख्वाहिश से महरूम हैं। IVF तकनीक का इस्तेमाल उन कपल्स पर किया जाता है जिनमें रिप्रोडक्टीव एज में कई तरह की परेशानियां होती हैं जिसकी वजह से उन्हें कंसीव करने में दिक्कत होती है। कुछ यंग पेशेंट में कई परेशानियां जैसे Infertility बढ़ जाती है, फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक या फिर क्षतिग्रस्त हो जाती है, Polycystic Ovary Syndrome की समस्या होती है, पुरुषों में स्पर्म संबंधी समस्याएं हैं जो प्रेग्नेंसी कंसीव करने में दिक्कत करती हैं।

पुरुषों में स्पर्म संबंधी समस्याओं से मतलब है कि स्पर्म की मोबिलिटी और मॉर्फोलॉजी अच्छी नहीं है। स्पर्म काउंट ज्यादा होना यानी कंसीव करने की सम्भावना अधिक है। लेकिन पुरुषों में सिर्फ स्पर्म काउंट ज्यादा होना ही काफी नहीं है बल्कि स्पर्म की मोटिलिटी और मॉर्फोलॉजी भी अच्छी होना जरुरी है। क्योंकि कुछ मामलों में स्पर्म काउंट कम होता है लेकिन मोटिलिटी और मॉर्फोलॉजी अच्छी होने के कारण कपल कंसीव कर जाते है। पुरुषों और महिलाओं में होने वाली इन दिक्कतों की वजह से यंग एज में भी कपल्स कंसीव नहीं कर पाते।

फर्टिलिटी को प्रभावित करने वाली ये सब परेशानियां कपल्स को कंसीव करने में बाधा बनती हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर IVF तकनीक का इस्तेमाल करने के बाद भी कुछ लोग कंसीव क्यों नहीं कर पाते हैं। सवाल का जवाब जानने के लिए बिड़ला फर्टिलिटी आईवीएफ लाजपत नगर की सीनियर कंसल्टेंट और केंद्र प्रमुख, डॉ. मुस्कान छाबड़ा से बात की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसे कपल्स की भी डिलीवरी कराई है जिनका IVF लगभग 10 बार फेल हो चुका था। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि IVF फेल होने का कारण क्या है? क्या IVF कराने की कोई खास उम्र होती है? किस उम्र की महिलाएं IVF कराने के लिए मान्य है। आइए एक्सपर्ट से सारे सवालों का जवाब जानते हैं।

IVF कराने की उम्र क्या है?

असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी रेगुलेशन एक्ट के मुताबिक IVF कराने की महिला की उम्र 21 साल से लेकर 50 साल तक की है, जबकि पुरुषों की उम्र 55 साल की है। मेनोपॉज के बाद भी महिलाएं आईवीएफ करा सकती है। अगर महिलाओं का पीरियड बंद हो जाता है तो महिलाओं में दवाइयों से लाइनिंग बनाकर IVF किया जा सकता है।

बार-बार IVF फेल होने का कारण क्या है?

  • बार-बार IVF फैल होने के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। ये कारण महिला और पुरुष दोनों में हो सकते हैं। IVF फेल होने के लिए मेल और फीमेल दोनों फैक्टर जिम्मेदार हैं। IVF फेल होने पर ये समझना जरूरी है कि IVF फेल किस प्रॉब्लम को डील करने के लिए किया गया था। मुख्य कारणों की बात करें तो
  • फीमेल के एग्स की कमी या खराब क्वालिटी
  • पुरुष की स्पर्म क्वालिटी खराब होना।
  • IVF में जो बच्चा बना उसमें एग्स की खराब क्वालिटी होना
  • एग्स ट्रांसफर करने में कुछ परेशानी होना
  • endometrium का पतला या अनहेल्दी होना
  • कुछ Ovarian Factors जैसे अंडाशय का सही से हार्मोनल सिमुलेशन न होना
  • उम्र के साथ अंडों की गुणवत्ता और संख्या कम हो जाना
  • Embryo Implantation ठीक से नहीं होना
  • मोटापा,खराब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल
  • हेल्थ प्रॉब्लम जैसे एंडोमेट्रियोसिस, Polycystic Ovary Syndrome,ऑटोइम्यून बीमारियां और clotting disorders की परेशानी हो सकती है।

IVF फेल होने के बाद दूसरा IVF कब कर सकते हैं?

IVF फेल होने के बाद डॉक्टर मरीज को 1 से 2 महीनों का ब्रेक लेने के लिए कहते हैं। ताकि इस दौरान मरीज के हॉर्मोन और बॉडी बैलेंस में आ जाएं। दूसरा IVF करने से पहले डॉक्टर टेस्ट के जरिए मरीज में होने वाली परेशानी का पता लगाते हैं जो IVF फेल होने का कारण बन रही है।

नया IVF करने के लिए पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी कैसी होनी चाहिए?

WHO के मुताबिक पुरुषों में स्पर्म काउंट 16 MILLION/ ML होना चाहिए,मॉर्फोलॉजी 4% और मोटिलिटी 42% होना चाहिए। पुरुषों में कोई भी  पैरामीटर कम है तो दवाइयों से मरीज का इलाज करते हैं और लाइफस्टाइल में बदलाव करने की सलाह देते हैं। लाइफस्टाइल में बदलाव करने से मतलब डाइट में बदलाव, स्मोकिंग और नशीले पदार्थों को कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है। अगर परेशानी बॉर्डर लाइन है तो एक महीने में समस्या का समाधान हो सकता है।

महिला में एग्स फर्टाइल नहीं हो तो क्या करें

IVF करने में महिला के एग्स का फर्टाइल होना जरूरी है। अगर महिला के एग फर्टाइल नहीं है या एग्स नहीं बन रहे तो महिला डोनर एग्स भी ले सकती है।

बढ़ती उम्र में कंसीव करने के बाद हो सकती है ये दिक्कत

बढ़ती उम्र में अगर महिलाएं चाहे नेचुरल तरीके से कंसीव करें या फिर IVF के जरिए करें उन्हें हाई ब्लड प्रेशर, जेस्टेशनल डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा रहता है। महिलाएं  

IVF असफलता से बचने के लिए क्या करें

  • कई बार IVF फेल हो चुका है तो डॉक्टर गंभीरता से जांच करें।
  • पेशंट लाइफस्टाइल में बदलाव करें। हेल्दी डाइट,नियमित व्यायाम करें और तनाव से दूर रहें।
  • अनुभवी डॉक्टर से ही ये ट्रीटमेंट कराएं।
  • IVF असफल होने पर निराश न हों। डॉक्टर से सलाह लें और दूसरी बार आईवीएफ करने की योजना बनाएं।

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