Low Sodium Diet: सेहतमंद रहने के लिए संतुलित डाइट लेना बेहद जरूरी है। संतुलित डाइट से हमारा मतलब है एक ऐसी डाइट जिसमें सभी जरूरी विटामिन्स, खनीज और दूसरे कई पोषक तत्व हों। गौरतलब है कि पोषक तत्व की कमी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि, इनमें एक मिनरल ऐसा ही भी है, जिसे अधिकतर हेल्थ एक्सपर्ट्स कम ही डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। हम यहां सोडियम की बात कर रहे हैं।
सोडियम एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो मानव शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। ये बॉडी के सेलुलर फंक्शन, फ्लूइड रेगुलेशन, इलेक्ट्रोलाइट को बनाए रखने के लिए जरूरी है। साथ ही मांसपेशियों और नर्व फंक्शन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, अधिक मात्रा में खाए जाने पर इसका सेहत पर उल्टा असर भी पड़ सकता है। जरूरत से ज्यादा इस मिनरल का सेवन करने से व्यक्ति को हार्ट फेलियर, हाई ब्लड प्रेशर और किडनी रोग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यही वजह है कि इन दिनों लो सोडियम डाइट पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
क्या है लो सोडियम डाइट?
लो सोडियम डाइट और कुछ नहीं, बल्कि डाइट में सोडियम लेने की एक सही मात्रा है। आसान भाषा में समझें, तो सोडियम का सेवन इस तरह से करना कि ये शरीर की जरूरतों को भी पूरा कर सके और इसके सेवन से बॉडी पार्ट्स को नुकसान भी ना पहुंचे।
किन लोगों के लिए जरूरी है ये?
जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है, अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन हृदय रोग और किडनी फेल्योर का कारण बन सकता है। ऐसे में वे व्यक्ति जो उच्च रक्तचाप, किडनी संबंधी किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें खासतौर पर सोडियम डाइट लेने की सलाह दी जाती है।
किडनी को कैसे पहुंचाता है नुकसान?
दरअसल, जब किडनी सही ढंग से काम नहीं कर पाती हैं, तब ये एक्स्ट्रा सोडियम को प्रभावी ढंग से बॉडी से बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती हैं। इस स्थिति में किडनी में सोडियम जमा होना शुरू हो जाता है। इससे रक्त में दबाव बनता है और किडनी को अधिक नुकसान होने लगता है। इसलिए किडनी रोगियों के लिए लो सोडियम डाइट अच्छा साबित हो सकता है।
हृदय रोगियों के लिए कैसा खतरा?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सोडियम के अधिक सेवन से खून में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हृदय को काम करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसा होने पर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और बढ़ा हुआ बीपी से हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति का कारण बनता है।
इससे अलग अधिक नमक लिवर पर भी बेहद खराब असर डालता है, ऐसे में खासतौर पर फैटी लिवर से जूझ रहे लोगों को भी लो सोडियम डाइट लेनी चाहिए। साथ ही इसका ज्यादा मात्रा में सेवन हड्डियों को भी नुकसान पहुंचाने का काम करता है।
एक दिन में कितना सोडियम लेना है सही?
ह्यूमन बॉडी में ज्यादातर नमक के जरिए सोडियम की पूर्ति की जाती है। वहीं, नेचर जर्नल में प्रकाशित आईसीएमआर-एनसीडीआईआर की एक स्टडी बताती है कि भारतीय लोग रोजाना की तय मात्रा से 60 फीसदी ज्यादा नमक खा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की ओर से रोजाना नमक खाने की अधिकतम मात्रा 5 ग्राम तय की गई है, जबकि स्टडी कहती है कि भारत में औसतन 8 ग्राम नमक प्रतिदिन खाया जा रहा है, जो सीधे तौर पर जानलेवा परिस्थितयों को दावत देने जैसा है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।