अश्वगंधा (Withania somnifera) एक ऐसी प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसे भारतीय पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से उपयोग किया जाता रहा है। इसे संस्कृत में “अश्वगंधा” इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी जड़ से घोड़े जैसी गंध आती है। आयुर्वेद के मुताबिक इसका सेवन करने से घोड़े की तरह बॉडी ताकतवर होती है। इस जड़ी बूटी का सेवन करने से बॉडी में ताकत, स्फूर्ति और सहनशक्ति बढ़ती है, यही कारण है कि इसे “Indian Ginseng” और “Winter Cherry” के नाम से भी जाना जाता है। अश्वगंधा एक बहुउपयोगी और शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो न केवल शरीर को हेल्दी बनाती है बल्कि मानसिक सेहत को भी दुरुस्त करती है। आयुर्वेद के साथ ही मेडिकल साइंस भी इस जड़ी बूटी की कायल है। अश्वगंधा की पत्तियों का पाउडर बनाकर अगर उसका सेवन किया जाए तो इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी का बीमारियों से बचाव होता है।

अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करने से शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचता है। हालांकि आयुर्वेदिक उपचार में इसकी जड़ का ही अधिक इस्तेमाल होता है लेकिन इसकी पत्तियों में भी औषधीय गुण मौजूद हैं। अश्वगंधा की पत्तियां प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो शरीर में मुक्त कणों से लड़कर कोशिकाओं को नुकसान से बचाती हैं।

जिंदल हॉस्पिटल एंड फर्टिलिटी सेंटर के डॉक्टर सुनील जिंदल ने बताया कि एक महीने तक अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करने से कई क्रॉनिक बीमारियों से बचाव होता है। औषधीय गुणों से भरपूर इस हर्ब का सेवन उसका पाउडर बनाकर और जड़ के रूप में भी किया जाता है। आइए जानते हैं कि एक महीने तक अगर रोजाना अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन किया जाए तो सेहत पर कैसा असर होता है।

ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल

रोजाना अगर अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन किया जाए तो आसानी से ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि अश्वगंधा की पत्तियां ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करती है। डायबिटीज मरीज अगर रोज  सुबह इन पत्तियों को चबाएं तो नेचुरल तरीके से बॉडी में इंसुलिन का उत्पादन होग।

इम्यूनिटी होगी मजबूत

अश्वगंधा की पत्तियां इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने में मददगार साबित होती हैं। अश्वगंधा में मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स गुण फ्री रेडिकल्स से बचाव करते हैं। इससे कोशिकाएं हेल्दी रहती हैं और इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है। कुछ रिसर्च में पाया गया है कि अश्वगंधा शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ाने में मदद करता है जो इम्यूनिटी को मजबूत करते है।

तनाव होता है कंट्रोल

अश्वगंधा एक एडाप्टोजेन है जो तनाव को कंट्रोल करता है। इसकी पत्तियों का सेवन करने से कोर्टिसोल का स्तर कंट्रोल रहता है और मानसिक सेहत दुरुस्त रहती है।

सूजन होती है कंट्रोल

अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करने से क्रॉनिक सूजन भी कंट्रोल रहती है। अश्वगंधा में anti-inflammatory गुण होते हैं, जो सूजन को कम करके इम्यून कार्य को बेहतर बनाते हैं।

उम्र में होता है इज़ाफा

अश्वगंधा का सेवन करने से उम्र में बढ़ोतरी होती है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि अश्वगंधा की पत्तियों का सेवन करने से दिल के रोगों से बचाव होता है और उम्र में इजाफा होता है।

पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी होती है बेहतर

इस हर्ब की पत्तियों का सेवन करने से पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी में सुधार होता है। ये पत्तियां पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन को बढ़ाती है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन का स्तर बढ़ने से स्पर्म क्वालिटी में सुधार होता है और इंफर्टिलिटी में सुधार होता है।

यह पत्तियां ही नहीं इनके बीज भी हैं अमृत, कुछ दाने खाने से करते हैं दवा का काम, बॉडी की कमजोरी हो जाएगी दूर और मिलेंगे 4 फायदे, पूरी जानकारी हासिल करने के लिए लिंक पर क्लिक करें।