जैसे हम लोगों की खाने-पीने की कुछ आदतें होती है ठीक उसी तरह हमारी सोने की भी कुछ हैबिट्स होती है। कुछ लोग सीधा सोते हैं तो कुछ लोग करवट लेकर सोते हैं। कुछ लोग पैरों को आराम देने के लिए पैरों के बीच में तकिया रखकर भी सोते हैं। अब सवाल ये उठता है कि पैरों में तकिया रखकर सोने की आदत क्या ठीक है, इस आदत की वजह से बॉडी के पॉश्चर में किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं होती।
पारस हेल्थ, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन के एचओडी डॉ.आरआर दत्ता ने बताया सोते समय पैरों के बीच में तकिया रखने से रीढ़ की हड्डी का अलायमेंट ठीक रहता है पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों पर दबाव कम पड़ता है। जब आप करवट लेकर सोते हैं तो ऊपर वाला पैर आगे की ओर बढ़ता है और गद्दे पर टिका होता है,जिससे पेल्विस और निचली रीढ़ मुड़ सकती है। ये मिस अलायमेंट आसपास की मांसपेशियों और संयोजी ऊतकों पर अनुचित दबाव डाल सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक पैरों के बीच में तकिया रखकर सोने से घुटने में होने वाली टूट-फूट कंट्रोल रहती है और दर्द से निजात मिलती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि पैरों के बीच में तकिया रखकर सोने से सेहत पर कैसा असर होता है।
स्पाइनल अलायमेंट रहता है ठीक
जब आप करवट लेकर सोते हैं तो पैरों के बीच में तकिया रखने से कूल्हों और रीढ़ की हड्डी के बीच अलायमेंट को ठीक रखने में मदद मिलती है। इस तरह सोने से कमर दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
जोड़ों पर कम होता है दबाव
पैरों के बीच में तकिया रखकर सोने से जोड़ों पर तनाव कम पड़ता है, खासतौर पर कूल्हों और घुटनों पर ये दबाव कम होता है। जिन लोगों को घुटनों के दर्द की परेशानी है अगर वो घुटनों के बीच में तकिया रखकर सोए तो फायदा होगा।
ब्लड सर्कुलेशन में होता है सुधार
पैरों के नीचे तकिया रखकर सोने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है जिससे थकान और दर्द दूर होता है। पैरों के नीचे तकिया रखकर सोने से सूजन कंट्रोल रहती है।
खर्राटे की परेशानी होती है कंट्रोल
पैरों के नीचे तकिया रखकर सोने से नींद में खर्राटे लेने की समस्या कंट्रोल रहती है। घुटनों के बीच में एक सॉफ्ट तकिया रखें तो बॉडी में दर्द और सूजन कंट्रोल रहेगी।
इन परेशानियों से मिलती है राहत
गठिया, हर्नियेटेड डिस्क या कूल्हे के दर्द जैसी क्रॉनिक बीमारियों से पीड़ित लोगों को पैरों के नीचे तकिया रखने से दर्द से राहत मिलती है। इस तरह सोने से इन बीमारियों में दर्द से राहत कंट्रोल रहता है और नींद सुकून की आती है। ये तरीका बॉडी की मुद्रा को ठीक रखने में बेहद असरदार साबित होता है।
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