सोयाबीन प्रोटीन से भरपूर फूड है जो शाकाहारी लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है। ये प्रोटीन, कैलोरी और फाइबर से भरपूर होता है जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत के लिए बेहद उपयोगी है। सोयाबीन की पोषक प्रोफाइल की बात करें तो 100 ग्राम सोयाबीन में 36 ग्राम प्रोटीन, कैलोरी- 446, कुल वसा 20 ग्राम 30%, संतृप्त वसा 2.9 ग्राम 14%, कोलेस्ट्रॉल 0 मिलीग्राम 0%, सोडियम 2 मिलीग्राम 0%, पोटैशियम 1,797 मिलीग्राम 51%, कुल कार्बोहाइड्रेट 30 ग्राम 10%, डाइटरी फाइबर 9 ग्राम 36%, चीनी 7 ग्राम, प्रोटीन 36 ग्राम 72%, विटामिन सी 10%, कैल्शियम 27%, आयरन 87%, विटामिन डी 0%, विटामिन बी6 20%, कोबालामिन 0% और मैग्नीशियम मौजूद होता है।
सोयाबीन के पोषक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए ही एथलीटों की डाइट में सोयाबीन को शामिल किया जाता है। सोयाबीन के पोषक मूल्यों को जानते हुए ही इसे पोषक तत्वों का पावर हाउस कहा जाता है। कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि सोयाबीन का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है। बॉडी की कैलोरी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आप कम या ज्यादा सोयाबीन का सेवन कर सकते हैं।
अपोलो अस्पताल, दिल्ली में पोषण विशेषज्ञ नारंग ने बताया कि सोयाबीन का सेवन करने से मानसिक और शारीरिक सेहत में सुधार होता है तभी ये फूड एथलीट की डाइट का हिस्सा है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि सोयाबीन का सेवन अगर 1 महीने तक किया जाए तो बॉडी को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
दिल रहता है हेल्दी
ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट से भरपूर सोयाबीन का सेवन करने से दिल की सेहत में सुधार होता है। इसका सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल जिसे खराब कोलेस्ट्रॉल कहते हैं उसका स्तर कम होता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। डाइटरी फाइबर से भरपूर सोयाबीन HDL यानी गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। गुड कोलेस्ट्रॉल दिल की सेहत को दुरुस्त रखता है।
बॉडी रहती है एनर्जेटिक
सोयाबीन में फाइबर और जटिल कार्बोहाइड्रेट बॉडी में एनर्जी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता हैं। इसका सेवन करने से बॉडी में एनर्जी स्पाइक्स करती है और दुर्घटनाओं से बचाव होता हैं। सोयाबीन विटामिन बी खासकर फोलेट जैसे विटामिन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे खनिजों से भरपूर होता हैं जो बॉडी को भरपूर ताकत देता है।
क्रॉनिक बीमारियों का खतरा होता है कम
सोयाबीन का सेवन करने से क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल के रोगों जैसी क्रॉनिक बीमारियों का खतरा कम होता है। सोयाबीन में आइसोफ्लेवोंस जैसे यौगिक होते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो क्रॉनिक बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड में शुगर के स्तर को नॉर्मल रखता है।
हड्डियां बनती है फौलाद
सोयाबीन में कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाता है बॉडी को हेल्दी रखता है। सोया प्रोटीन अत्यधिक सुपाच्य फूड है। यह बॉडी में जल्दी टूट जाता है और शरीर द्वारा जल्दी और आसानी से अवशोषित हो जाता है।
वजन रहता है कंट्रोल
सोयाबीन का सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है जिसकी वजह से इसका सेवन ज्यादातर लोग करना चाहते हैं। प्लांट बेस प्रोटीन से भरपूर ये फूड वेट लॉस के लिए बेहतरीन है। इसमें मौजूद प्रोटीन, जटिल कार्बोहाइड्रेट और फाइबर भूख को शांत करता है और वजन को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से आप ओवर ईटिंग से बचते हैं और आपका पाचन दुरुस्त रहता है।
