यूरिक एसिड एक तरह का वेस्ट प्रोडक्ट है, जो प्यूरीन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। वैसे तो अधिकतर यूरिक एसिड खून में घुल जाता है और किडनी द्वारा फिल्टर होने के बाद मूत्र मार्ग के जरिए बाहर निकल जाता है। लेकिन जब बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह क्रिस्टल्स के रूप में टूटकर हड्डियों के बीच इक्ट्ठा होने लगता है, जिसके कारण गाउट और गठिया जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। मेडिकल टर्म में हाई यूरिक एसिड की स्थिति को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर किन कारणों से हाइपरयूरिसीमिया की स्थिति पैदा होती है
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण:
खाद्य पदार्थ और ड्रिंक्स: स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थ और ड्रिंक्स हैं, जिनमें प्यूरीन की अधिक मात्रा होती हैं। इन चीजों के सेवन से बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इन चीजों में शामिल हैं, सीफूड, रेड मीट, ऑर्गन मीट, शुगर युक्त ड्रिंक्स और शराब आदि।
अनुवांशिक कारक: जिन लोगों के परिवार में यूरिक एसिड की समस्या चली आ रही हैं, उनमें भी यह स्थिति पैदा हो सकती है। अगर आपके माता-पिता या फिर दादी-दादी को हाई यूरिक एसिड की समस्या रही है तो जीन्स के कारण आप भी इस स्थिति की चपेट में आ सकते हैं।
गुर्दे का खराब होना: जब गुर्दे यानी किडनी खराब हो जाती हैं तो वह यूरिक एसिड को फिल्टर करने में सक्षम नहीं रह पाती। इसके कारण बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।
बीमारियों के कारण: जो लोग लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉयड और डायबिटीज की बीमारी से ग्रस्त रहते हैं, उन्हें भी हाई यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है। ऐसे में इन लोगों को अपने खानपान के प्रति अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
इन घरेलू उपायों से मिल सकता है छुटकारा: हाई यूरिक एसिड के मरीजों को नियमित तौर पर व्यायाम करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें ज्यादा-से-ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ दूर हो जाते हैं। इसके अलावा यूरिक एसिड के मरीजों को दाल, राजमा, चना, छोला, टमाटर, मटर, भिंडी, मशरूम, गोभी, अरबी और चावल आदि के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इनके कारण यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।