बॉडी में पसीना आना आम बात है। गर्मी में घर से बाहर निकलते ही बॉडी पसीने से तर होने लगती है। बॉडी एक्टिविटी होने पर पसीना आम नेचुरल है और सेहत के लिए अच्छा भी है। पसीना बॉडी को ठंडा करता है। एक्सरसाइज के दौरान या गर्म मौसम में अधिक पसीना आना सामान्य बात है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपके हाथों की हथेलियों पर अधिक पसीना आना भी सामान्य बात है। लेकिन आप जानते हैं कि हाथ की हथेली और तलवों पर पसीना आना किसी मेडिकल कंडीशन के संकेत हो सकते हैं।
आप भी गर्मी और सर्दी हर मौसम में हथेली और तलवों पर पसीना महसूस करते हैं तो ये गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं। हाइपरहाइड्रोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से हथेलियों और तलवों में अधिक पसीना आने लग जाता है। नॉर्मल पसीना आने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है लेकिन अगर ये पसीना हाइपरहाइड्रोसिस की वजह से आ रहा है तो आप फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
इस बीमारी से ग्रासित इंसान को सर्दी और गर्मियों में हथेली और तलवों पर पसीना आता है। जरूरत से ज्यादा पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस (Hyperhidrosis) हो सकता है। आइए जानते हैं कि इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कैसे करें और उसका उपचार भी।
हाइपरहाइड्रोसिस के लक्षण (Hyperhidrosis Symptoms)
हाइपरहाइड्रोसिस से पीड़ित इंसान को बिना तनाव के भी हर मौसम में हाथ की हथेली और पैरों के तलवों पर पसीना आता है। इस बीमारी में मरीज को सर्दी में भी पसीना महसूस होता है।
इस बीमारी में सबसे ज्यादा पसीना शरीर के बाजू, चेहरे, हथेलियां, पांव और जनाइटल पर आता है।
हाइपरहाइड्रोसिस का कारण:
हाइपरहाइड्रोसिस की बीमारी डायबिटीज, मीनोपोज हॉट फ्लैश, थॉयराइड, लो ब्लड प्रेशर, कैंसर, दिल के रोग, नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर और संक्रमण के कारण होता है। पसीना बॉडी को ठंडा करता है। जब आपके शरीर का तापमान बढ़ता है तो आपका नर्वस सिस्टम आपके पसीने की ग्रंथियों को अपने आप चालू कर देता है। जब आप घबराए हुए होते हैं तो पसीना सामान्य रूप से आता है, खासतौर पर हथेलियों पर।
हाइपरहाइड्रोसिस का घरेलू उपचार:
- गर्म पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर हाथ और पैरों को उसमें डुबोएं। इस घोल से हाथ को निकालने के बाद कई घंटो तक आपके हाथों और पैरों में पसीना नहीं आएगा।
- टैल्कम पाउडर लगाने से भी हाथ और पैरों पर पसीना नहीं आता। आप हाथों और पैरों पर टैल्कम पाउडर लगा सकते हैं।
- टी बैग्स का इस्तेमाल पानी में डालकर करने से भी हाथ और पैरों पर पसीना नहीं आएगा। आप एक बर्तन में पानी लें और उसमें 4-5 टी बैग्स डाले और हाथों और पैरों को कुछ देर इस पानी में रहने दें पसीना कंट्रोल होगा।
- मेडिटेशन करके भी इस बीमारी का उपचार किया जा सकता है। योग और ध्यान करने से तनाव कम होता है और पसीना कंट्रोल होता है।
- पसीना ज्यादा आता है तो खाने में लहसुन,प्याज और मसालों का सेवन कम करें
