Sleep Disorder: हेल्दी और स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद सबसे ज्यादा जरूरी है। नींद की कमी के चलते शरीर पर कई खतरनाक प्रभाव पड़ते हैं। अगर, आप रात में सोने के बाद बीच-बीच में जाग जाते हैं तो ये गंभीर बीमारी का खतरा हो सकता है। ऐसा कभी-कभी होता है तो वह सामान्य हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक ऐसा होना खतरनाक और गंभीर बीमारी को दस्तक दे सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खाना के चलते कई प्रकार की परेशानियां आती हैं, जिसमें नींद की समस्या बहुत कॉमन है। दुनिया भर में स्लीप डिसऑर्डर एक ऐसी समस्या है जो तेजी से लोगों की प्रभावित कर रही है। भारत में एक स्टडी के मुताबिक, लगभग 93 प्रतिशत भारतीय नींद की कमी से परेशान हैं। इसका मुख्य कारण मोबाइल फोन का अधिक उपयोग और खराब खाना आदि है।

स्विट्जरलैंड में बेसल यूनिवर्सिटी द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक, नींद की कमी से लिवर और हार्ट पर सीधा असर पड़ता है। जर्नल फ्रंटियर्स इन नेटवर्क फिजियोलॉजी में छपी एक स्टडी के मुताबिक, लिवर की बीमारी (एमएएसएलडी) के रोगियों की नींद में काफी कमी आती है।

क्या हैं स्लीप डिसऑर्डर के लक्षण?

  • हमेशा थका हुआ महसूस होना
  • सोने में परेशानी
  • दिन में नींद आना
  • रात में बार-बार जागना
  • स्लीप एपनिया

थकान महसूस होना

अगर आप हमेशा थका हुआ महसूस करते हैं तो ऐसा समझ जाएं कि यह स्लीप डिसऑर्डर की समस्या है। शरीर में थकान महसूस होने से नींद प्रभावित होती है और नींद से जुड़ी समस्याओं से लेकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।

दिन में नींद लेना

रात में सही से नींद नहीं आना और दिन अधिक आना भी स्लीप डिसऑर्डर के लक्षण हैं। इससे कामकाज पर असर पड़ता है और किसी भी काम में मन नहीं लगता है।

स्लीप एपनिया

स्लीप एपनिया या रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम जैसे नींद संबंधी समस्याओं के लक्षण हो सकते हैं। जिसके चलते लोगों की रात में सोते समय बार-बार नींद खुल जाती है।

स्लीप डिसऑर्डर में क्या बीमारी हो सकती हैं?

दरअसल, स्लीप डिसऑर्डर ऐसी स्थिति को कहते हैं, जिसमें सोते समय बार-बार नींद खराब होना या फिर आरामदायक नींद नहीं मिलना। नींद की कमी का सीधा असर दिल और दिमाग पर पड़ता है, जिससे गंभीर और जानलेवा बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्वस्थ रहने के लिए दिन में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है।

  • दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा
  • डायबिटीज का खतरा
  • लिवर की समस्या

चिंता और तनाव की समस्या ज्यादा बढ़ने लगे तो इसका असर सीधा सेहत पर पड़ता है। इसका सीधा असर दिल से लेकर दिमाग पर पड़ता है और गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।