हेल्दी और फिट शरीर के लिए विटामिन बहुत ही जरूरी है। शरीर में विटामिन की कमी होने पर कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। हालांकि, विटामिन्स की कमी को पूरा करने के लिए कई लोग सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं। खासकर विटामिन B12, मैग्नीशियम, विटामिन D, जिंक जैसे सप्लीमेंट्स ज्यादा लिये जा रहे हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट लेना नुकसानदेह हो सकता है।

दरअसल, आपने कई सेलिब्रिटीज और सोशल मीडिया पर इन्फ्लुएंसर्स को विटामिन सप्लीमेंट्स लेते या इसका प्रचार करते हुए देखा होगा, लेकिन क्या आपने सोचा है कि वाकई आपको इन सभी सप्लीमेंट्स की जरूरत है। क्या इनके कोई साइड इफेक्ट हैं? कैनसस सिटी में रहने वाले फंक्शनल मेडिसिन डॉक्टर डॉ. जबन मूर ने उन विटामिन्स के बारे में बताया जिनसे वे दूर रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि विटामिन की अधिक मात्रा लेने से कई संभावित जोखिम होते हैं। पानी में घुलनशील विटामिन की अधिक मात्रा लेने से खतरनाक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। विटामिन सी की अधिक मात्रा से दस्त, ऐंठन, मतली और उल्टी जैसी जठरांत्र संबंधी गड़बड़ी हो सकती है।

विटामिन बी12

डॉ. मूर ने बताया कि इस सूची में पहला विटामिन सप्लीमेंट विटामिन बी12 है। विटामिन बी12 आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है और डीएनए और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन का समर्थन करता है। आप प्राकृतिक रूप से पशु खाद्य पदार्थों जैसे मांस, मछली, क्लैम, पोल्ट्री, दूध और अंडे से विटामिन बी12 प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए फोर्टिफाइड अनाज, फोर्टिफाइड न्यूट्रिशनल यीस्ट और फोर्टिफाइड नॉन डेयरी दूध भी शामिल कर सकते हैं।

मैग्नीशियम

मैग्नीशियम स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बहुत अधिक लेने से दस्त, पेट में तकलीफ और मतली जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मैग्नीशियम एक आवश्यक खनिज है, जो मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य, हड्डियों के स्वास्थ्य, ब्लड शुगर रेगुलेशन विनियमन, नींद और मूड में सुधार सहित विभिन्न कार्यों के लिए सबसे अच्छा है। मैग्नीशियम विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जैसे कि साबुत अनाज, मेवे, बीज, फलियां और कई फल और सब्जियां आदि। मैग्नीशियम हाई ब्लड प्रेशर को करने में मददगार होता है। कई अध्ययनों ने मैग्नीशियम के बढ़े हुए स्तर को हृदय रोग से जोड़ा है। किडनी की बीमारी वाले लोगों को खास तौर पर मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स से दूर रहना चाहिए। खराब किडनी फंक्शन शरीर में मैग्नीशियम के खतरनाक निर्माण का कारण बन सकता है।

आयरन

आयरन एक और जरूरी पोषक तत्व है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के हिस्से के रूप में आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है। एनीमिया के कारण थकान, कमजोरी, चक्कर आना और सांस फूलना जैसे लक्षण हो सकते हैं। लाल मांस, बीन्स, नट्स, पालक, खुबानी जैसे सूखे मेवे में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। 

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