Uric Acid: यूरिक एसिड का बढ़ना हमारे लिए कई समस्याएं पैदा करता है। यह बढ़ जाए तो जोड़ों में भयानक दर्द होता है जलन की समस्या होती है। यूरिक एसिड के स्तर को समय रहते कम नहीं किया गया तो यह हमारी हड्डियों के जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है और यही से ये गठिया का रूप लेता है। इसलिए अगर यूरिक एसिड के बढ़ने के लक्षण शरीर में दिखाई दें तो उस पर ध्यान दें और उसे कम करने के लिए जीवनशैली में जरूरी बदलाव करें।
अगर रात को आपकी नींद अचानक से खुलती है और आप हांफने लगते हैं तो इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। 2018 में हुए एक शोध में यह पाया गया कि जिन लोगों को ये दिक्कत यानी स्लीप एप्निया होती है, उनमें गठिया होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। स्लीप एप्निया एक ऐसी समस्या है जिसमें सोते हुए व्यक्ति को कुछ देर के लिए सांस नहीं मिल पाती और वो अचानक उठकर हांफने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाती।
स्लीप एप्निया और गठिया को लेकर द न्यूयॉर्क टाइम्स में शोध प्रकाशित हुआ था जिसमें स्लीप एप्निया से ग्रस्त और कुछ स्वस्थ लोगों ने भाग लिया था। 6 साल के अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों को स्लीप एप्निया की समस्या थी उनमें से 4.9 प्रतिशत लोगों का यूरिक एसिड बढ़ा और उन्हें गठिया की समस्या हुई वही स्वस्थ लोगों में ये प्रतिशत काफी कम थी।
इसलिए अगर किसी में स्लीप एप्निया की समस्या है तो अभी से सावधान होने की जरूरत है। स्लीप एप्निया के कारण कई दिक्कतें हो सकतीं हैं जैसे पूरी रात सोने के बाद भी नींद पूरी न होना, थकान और आलस का होना, मानसिक बीमारी होना, एसिडिटी का होना, याददास्त कमजोर होना आदि। स्लीप एप्निया से बचने के लिए वजन पर नियंत्रण रखें, योग करें और जॉगिंग करें। धुम्रपान और शराब छोड़ दें।