विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2022 ग्लोबल टीबी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 10.6 मिलियन लोगों को 2021 में टीबी की बीमारी का पता चला था। जिसमें साल 2020 से 4.5% की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि 1.6 मिलियन रोगियों की मृत्यु बैक्टीरियल डिजीज से हुई है। गुरुवार, 28 अक्टूबर को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 28% मामलों के साथ भारत उन आठ देशों में शामिल है, जो कुल टीबी रोगियों की संख्या का दो-तिहाई या 68.3% से अधिक है। अन्य देश इंडोनेशिया (9.2%), चीन (7.4%), फिलीपींस (7%), पाकिस्तान (5.8%), नाइजीरिया (4.4%), बांग्लादेश (3.6%) और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (2.9%) शामिल हैं।

टीबी से होने वाली कुल मौतों में से 187,000 मरीज एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) से भी पॉजिटिव थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि एचआईवी-नेगेटिव लोगों में वैश्विक टीबी से होने वाली मौतों में से लगभग 82% अफ्रीकी और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रों में हुई हैं, जिसमें अकेले भारत में 36% मौतें होती हैं।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा, “अगर कोविड -19 महामारी ने हमें कुछ भी सिखाया है, तो यह है कि एकजुटता, दृढ़ संकल्प, नवाचार और उपकरणों के समान उपयोग के साथ, हम गंभीर स्वास्थ्य खतरों को दूर कर सकते हैं।” “आइए ऐसी सीख को हम टीबी पर लागू करें। लंबे से जान लेने वाले इस बीमारी को रोकने का समय आ गया है। एक साथ काम करके हम टीबी को खत्म कर सकते हैं।”

क्षय रोग के लक्षण या टीबी के लक्षण

तीन सप्ताह से अधिक खांसी, काली खांसी, थूक या खांसी से खून, खांसते समय सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, कमजोरी, भूख और वजन में कमी, सोते समय रात को पसीना, सर्दी। हल्का बुखार TB के लक्षण हैं।

क्षय रोग के कारण या क्या होता है टीबी?

क्षय रोग (टीबी) बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के संक्रमण के कारण होता है। टीबी के मरीज के खांसने या छींकने से टीबी के बैक्टीरिया हवा के जरिए दूसरे के शरीर में पहुंचकर टीबी फैलाते हैं। क्षय रोग (टीबी) जीवाणु माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के संक्रमण के कारण होता है।

क्षय रोग का कैसे पता लगाएं?

डॉक्टर रोगी के लक्षणों और शारीरिक जांच और स्टेथोस्कोप से जांच करके इसका डायग्नोस कर सकता है। इसके अलावा टीबी के पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण, बलगम और थूक की जांच, छाती का एक्स-रे आदि परीक्षण किया जाएगा।

क्षय रोग और उपचार

टीबी के उपचार के लिए, टीबी बैक्टीरिया को कम करने के लिए विभिन्न एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार कुछ दिनों तक इन दवाओं को ठीक से और नियमित रूप से लेना आवश्यक है। टीबी से पीड़ित मरीजों को लगभग छह से नौ महीने तक दवाएं लेने की जरूरत होती है। मुख्य बात यह है कि रोगी को दवा के उपचार के पाठ्यक्रम को पूरा करना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में क्षय रोग का इलाज नि:शुल्क किया जाता है।