हेल्दी फूड्स की लिस्ट में सीड्स का सेवन काफी अहम है। सीड्स कई तरह के होते हैं जैसे अलसी के बीज, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज और तिल। इन सभी सीड्स में तिल एक ऐसे सीड्स हैं जिनका सेवन सर्दी में लड्डू, चिक्की, और तिलपट्टी में सबसे ज्यादा किया जाता है। तिल का सेवन सलाद या करी के ऊपर गार्निशिंग के लिए और तिल का तेल बनाकर भी किया जाता है। तिल कई तरह के होते हैं जैसे सफेद तिल, काले तिल और लाल-भूरे तिल। तिल में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें विटामिन B1, B6 और विटामिन E मौजूद होता है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, आयरन और जिंक जैसे खनिज भी मौजूद होते हैं। इस नन्ने नन्ने दानों में ओमेगा-6 और ओमेगा-9 फैटी एसिड,फाइबर और प्रोटीन भी मौजूद होता है जो सेहत को बहुत फायदा पहुंचाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया तिल का सेवन सेहत पर चमत्कारी होता है। तिल की तासीर गर्म है इसलिए इसका सेवन सर्दी में किया जाता है। तिल सिर्फ एक फूड नहीं है बल्कि इसमें कई मर्ज का इलाज नेचुरल तरीके से करने की ताकत है। तिल का सेवन करने से अर्थराइटिस पेन को कंट्रोल किया जा सकता है। कफ रोगों को दूर करने में तिल का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। छोटे-छोटे ये दाने दर्द और सूजन को दूर करने में बेहद असरदार साबित होते हैं। तिल बेहद पौष्टिक और शक्ति देने वाला फूड है जो बॉडी की कमजोरी को दूर करता है और शरीर को ताकत देता है। डायबिटीज कंट्रोल करने में ये सीड्स बेहद असरदार साबित होते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि तिल का सेवन करने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।
पीरियड पेन का होता है इलाज
जिन महिलाओं को हर महीने पीरियड के दौरान दिक्कत होती है ऐसी महिलाएं 5 ग्राम तिल को मोटा-मोटा कूटकर उसे पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीती हैं तो पीरियड पेन से छुटकारा मिलेगा। इस काढ़े का सेवन पीरियड्स की तारीख आने से 4-5 दिन पहले से करें। इससे दर्द और तकलीफ से राहत मिलेगी। इस काढ़े को पीने से पीरियड रेगुलर हो जाएगा और हॉर्मोंट भी ठीक हो जाएंगे।
यूरिन से जुड़ी बीमारी का होता है इलाज
तिल का सेवन करने से यूरिन से जुड़ी परेशानियों का भी इलाज होता है। गोखरू और तिल को बराबर मात्रा में लें और उसका काढ़ा बनाकर उसका सेवन करें तो आपकी यूरिन से जुड़ी दिक्कतें दूर होंगी। 5 ग्राम गोखरू और 5 ग्राम तिल दोनों चीजों को मिला लें और उसका काढ़ा बनाकर उसका सेवन करें। इस काढ़े को पीने से पेशाब खुलकर आएगा और पेशाब से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी। जिन लोगों को बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होता है वो इस काढ़े का सेवन करें उन्हें फायदा होगा।
हड्डियां होती हैं मजबूत
तिल में कैल्शियम और जिंक प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जो हड्डियों को मजबूत करता है। तिल का सेवन आप उनका लड्डू बनाकर कर सकते हैं। दर्द को दूर करने के लिए आप हल्दी, मेथी, सोंठ, अश्वगंधा और काला तिल को बराबर मात्रा में मिलाकर उसका पाउडर बना लें और उसका सेवन सुबह शाम दूध के साथ एक चम्मच करें। इस पाउडर का सेवन करने से अर्थराइटिस का इलाज होगा। ये पाउडर यूरिक एसिड को भी कंट्रोल करेगा।
पथरी का करती है इलाज
इन तिल का सेवन करने से पथरी का भी इलाज होता है। जिन लोगों को पथरी की परेशानी है वो तिल के पौधे की पत्तियों को तोड़कर छाया में सुखा लें और उसको पीसकर उनका पाउडर बना लें और दिन में दो बार सेवन करें। तिल की जड़ को राख बनाकर अगर उसका सेवन किया जाए तो भी बॉडी को फायदा होगा।
ब्लड प्रेशर रहेगा नॉर्मल
तिल में मैग्नीशियम की मात्रा ज्यादा होती है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करती है। जिन लोगों का बीपी हाई है वो रोजाना इसका सेवन खाने में कर सकते हैं।
स्किन की समस्याएं होती हैं दूर
तिल के तेल का इस्तेमाल करने से स्किन की झुर्रियां कंट्रोल होती है और स्किन हेल्दी रहती है। ये बॉडी पर दवा की तरह असर करता है। तिल के तेल का इस्तेमाल आप बालों पर भी कर सकते हैं इससे बाल लम्बे और घने बनेंगे।
सर्दी में कमर से लेकर घुटनों और कोहनियों के दर्द से परेशान हैं तो इन 4 फूड्स का करें सेवन, दर्द और सूजन होगी कंट्रोल। इन फूड्स की सारी जानकारी हासिल करने के लिए आप लिंक पर क्लिक करें।