जब यूरिक एसिड अनियंत्रित हो जाता है, तो दिल का दौरा, गुर्दे की विफलता, और बहु-अंग विफलता जैसी जीवन-धमकी देने वाली स्थितियां हो सकती हैं। इसलिए यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। मेडिकल न्यूज टुडे की जानकारी के अनुसार शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए हमें अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जो शरीर में प्यूरीन के स्तर को न बढ़ाएं। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे फूड्स के बारे में, जो शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल में रखेंगे।

प्यूरीन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को नियंत्रित करें

प्यूरीन एक ऐसा रसायन है जो लगभग सभी खाद्य पदार्थों में स्वाभाविक रूप से होता है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों में बहुत अधिक मात्रा होती है। टूना, सार्डिन जैसी मछलियों में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा शराब, बीयर आदि भी शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। डेयरी उत्पाद, रेड मीट, उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थ भी प्यूरीन के स्तर को बढ़ाते हैं।

गठिया में फायदेमंद है चेरी

चेरी गठिया के दर्द को कम करती है। एक शोध में पाया गया कि चेरी का सेवन गठिया के दर्द को कम कर सकता है। चेरी में एंथोसायनिन नामक एक नेचुरल एंटी-इंफेमेट्री कम्पाउंड (Natural Anti-inflammatory Compound) होता है जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है।

विटामिन सी शरीर को करे डिटॉक्सीफाई

अध्ययनों में पाया गया है कि विटामिन सी यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए नींबू और संतरे के सेवन को नियंत्रित किया जा सकता है। नींबू और संतरे में साइट्रिक एसिड होता है। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी गठिया रोग से बचाता है।

केला में मौजूद केटोन्स यूरिक एसिड करे कम

केला कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी और पोटेशियम से भरपूर होता है, जो शरीर में कीटोन के स्तर को बढ़ाता है। केटोन्स यूरिक एसिड के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं। केले के नियमित सेवन से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहता है।

यूरिक एसिड कम करने में सहायक है यूरिक एसिड

सेब फाइबर से भरपूर होता है। साथ ही इसमें मौजूद एसिड यूरिक एसिड के प्रभाव को कम करता है। सेब में भरपूर मात्रा में मैलिक एसिड पाया जाता है। मौलिक एसिड खून से यूरिक एसिड को कम करने में सहायक होता है। हाई यूरिक एसिड से पीड़ित मरीजों को रोजाना सेव का सेवन करना चाहिए।