आजकल की बिजी लाइफ और वर्किंग स्टाइल में चिंता-तनाव की समस्या एक आम बात है। तनाव और चिंता का लेवल अधिक बढ़ जाता है तो कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। चिंता और तनाव हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। जिसका असर सीधा सेहत पर पड़ता है। ऐसे में चिंता और तनाव से निपटने के लिए कठिन या समय लेने वाले तरीकों पर निर्भर रहना पड़ता है, लेकिन कुछ छोटे-छोटे तरीकों को नियमित रूप से करने पर बड़ा फायदा मिल सकता है। चलिए आपको बताते हैं वो कौन से तरीके जिनकी मदद से चिंता और तनाव से राहत मिल सकती है।

4-7-8 ब्रीदिंग टेक्निक

जब चिंता होती है तो सांसें कम और गहरी हो सकती हैं, जिससे तनाव और बढ़ जाता है। 4-7-8 ब्रीदिंग टेक्निक सेहत के साथ तनाव और चिंता कम हो जाती है। 4 सेकंड के लिए अपनी नाक से सांस लें, 7 सेकंड के लिए अपनी सांस रोकें और 8 सेकंड के लिए धीरे-धीरे सांस छोड़ें। एक अध्ययन के मुताबिक, धीमी गति या सांस को रोकने और तेज सांस लेने से तनाव को प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है। ये हार्ट गति को स्लो कर देता है और दिमाग को आराम देने का संकेत देता है।

ग्राउंडिंग

ग्राउंडिंग टेक्निक भी सेहत के लिए अच्छी होती है। इससे तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है। इस टेक्निक को 5-4-3-2-1 का नाम दिया जाता है।

  • 5 चीजें जिन्हें देख सकते हैं
  • 4 चीजें जिन्हें आप छू सकते हैं
  • 3 चीजें जिन्हें आप सुन सकते हैं
  • 2 चीजें जिन्हें आप सूंघ सकते हैं
  • 1 चीज जिसे आप चख सकते हैं

च्यूइंग गम चबाएं

यह अजीब लग सकता है, लेकिन च्यूइंग गम चबाना चिंतित मन शांत हो सकता है। चबाने की क्रिया आपके मस्तिष्क को यह सोचने के लिए प्रेरित करती है कि आप सुरक्षित स्थान पर हैं, जिससे तनाव प्रतिक्रियाएं कम होती हैं। 2023 में न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, नट्स या गाजर खाने से भी तनाव और चिंता कम होती है।

मसल्स रिलैक्सेशन

जब आप चिंतित होते हैं तो आपके शरीर में तनाव बढ़ता है। मसल्स रिलैक्सेशन एक ऐसी तकनीक है जिसमें आप प्रत्येक मांसपेशी जैसे हाथ, कंधे या पैर को 5 सेकंड के लिए तनाव देते हैं और फिर छोड़ देते हैं। यह आपको शारीरिक रूप से तनाव मुक्त करने में मदद करता है, जिससे आपका मन शांत हो जाता है।

तनाव से हो सकती हैं ये बीमारियां

  • हार्ट रोग- तनाव के कारण हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इससे थक्के बनने और दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  • शुगर- तनाव से शुगर का खतरा बढ़ सकता है।
  • मोटापा- तनाव से मोटापा हो सकता है।

डेली रूटीन में कुछ खास चीजों को शामिल करके आप न केवल अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं, बल्कि दिमाग को कंप्यूटर से भी तेज बना सकते हैं।