बॉडी में प्रोटीन की कमी होने पर कमजोरी और थकान होने लगती है, इस कमजोरी को दूर करने के लिए अक्सर लोग सुपर ग्रीन पाउडर का सेवन करते हैं। इस ग्रीन पाउडर को स्पिरुलिना नाम से जाना जाता है। स्पिरुलिना एक समुद्री शैवाल है जिसके अंदर एंटी कैंसर गुण भी मौजूद होते हैं। स्पिरुलिना खाने के बेमिसाल फायदे मिलते हैं। एनसीबीआई की एक स्टडी के मुताबिक नासा अपने अंतरिक्षयात्रियों को स्पिरुलिना को डाइटरी सप्लीमेंट के तौर पर भेजता है ताकि स्पेस में उनमें प्रोटीन की कमी नहीं हो पाए।

प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत स्पिरुलिना पोषक तत्वों का पावर हाउस है। ये प्लांट बेस ग्रीन पाउडर है जो पोषक तत्वों से भरपूर हैं। अपोलो हॉस्पिटल्स की मुख्य पोषण विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि इस ग्रीन पाउडर को सोच समझकर नहीं खरीदा जाए तो ये बॉडी में ज़हर की तरह काम कर सकता है। ऑनलाइन खरीदे गए इस सप्लीमेंट को ठीक से परख कर नहीं खरीदा जाए तो इनमें माइक्रोसिस्टिन जैसे विषाक्त पदार्थ हो सकते हैं।

माइक्रोसिस्टिन कुछ प्रकार के शैवाल द्वारा निर्मित होते हैं जो बॉडी को नुकसान पहुंचाते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप इस पाउडर को खरीदना चाहते हैं तो प्रतिष्ठित ब्रांडों से खरीदें। ये ब्रांड पाउडर की गुणवत्ता का सखती से पालन करते हैं और पोषण विशेषज्ञ द्वारा अनुशंसित खुराक तक उनका सेवन सीमित करते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ये सुपर ग्रीन पाउडर क्या है जो पोषण तत्व हासिल करने में नया चलन बन गया है।

सुपर ग्रीन पाउडर क्या है जो पोषण हासिल करने में उपयोगी बन रहा है?

इस सुपर ग्रीन पाउडर को स्पिरुलिना के नाम से जाना जाता है। स्पिरुलिना एक प्रकार का नीला-हरा शैवाल है जो विभिन्न बी विटामिन, मिनरल्स जैसे खनिज, प्रोटीन और फाइकोसाइनिन नामक दुर्लभ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। स्पिरुलिना गामा-लिनोलेनिक एसिड से भी समृद्ध है, जो एक आवश्यक फैटी एसिड है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में और दिल की सेहत को दुरुस्त करने में असरदार साबित होता हैं।

इसके अलावा इसमें क्लोरोफिल की मात्रा अधिक होती है जो डिटॉक्सीफिकेशन में मदद कर सकता है और लिवर की हेल्थ को दुरुस्त कर सकता है। कई रिसर्च से पता चला है कि स्पिरुलिना मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति में सुधार करने में मदद कर सकता है,जिससे यह सक्रिय व्यक्तियों और एथलीटों के लिए बेहद मददगार साबित होता है।

स्पिरुलिना पाउडर की लोकप्रियता हाल के वर्षों में आसमान को छू गई है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग अपनी डाइट में अधिक हरी सब्जियां शामिल करने के सुविधाजनक तरीके ढूंढ रहे हैं। स्पिरुलिना पाउडर को आसानी से स्मूदी,जूस या पानी में मिलाकर पिया जा सकता है। एक बार में ही इसका सेवन करने से बॉडी को जरूरी पोषक तत्वों की एक साथ खुराक मिल जाती है। स्पिरुलिना ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है, वजन घटाने में सहायता कर सकता है। इसमें सूजन-रोधी और डिटॉक्सीफाई गुण मौजूद होते हैं। इन दावों को पूरी तरह से प्रमाणित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।

स्पिरुलिना के साइड इफेक्ट

स्पिरुलिना का ज्यादा सेवन इसमें मौजूद माइक्रोसिस्टिन के स्तर को बढ़ा सकता है। अगर अधिक मात्रा में या दूषित स्रोतों से इसका सेवन किया जाए तो इससे मतली, उल्टी, लिवर को नुकसान और तंत्रिका संबंधी समस्याएं जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यह कुछ लोगों में अत्यधिक एलर्जी का कारण भी बन सकता है। इसके सेवन से स्किन पर चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई या एनाफिलेक्सिस जैसे लक्षण दिख सकते हैं।