चीन से हाल ही में लौटे केरल के कासरगोड के एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह भारत में कोरोना वायरस का तीसरा मामला है, इससे पहले भी केरल के ही दो अलग-अलग जगहों के युवकों को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था जिनकी हालत अधिकारियों द्वारा स्थिर बताई जा रही है। केरल में चीन और अन्य कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से यात्रा करके आए लगभग 1,999 लोगों को मेडिकल निगरानी में रखा गया है। वहीं, इन लोगों की देखभाल में लगे मेडिकल स्टाफ्स को भी सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।

वैज्ञानिकों ने दवा खोजने का किया दावा: ‘हिंदुस्तान’ में छपी एक खबर के अनुसार चीनी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि फूलों के मकरंद और फूल वाले पौधों से बने तरल पदार्थ से कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिल सकती है। वहां की सरकारी मीडिया शिन्हुआ ने शुक्रवार को खबर दी कि प्रतिष्ठित चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस ने पाया कि इस तरल से विषाणु को रोका जा सकता है। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि सर्जिकल मास्क पहने लोग रात के वक्त दवा दुकानों के बाहर लंबी कतारों में इस दवा को हासिल करने की उम्मीद में खड़े हैं।

कोरोना वायरस के जुड़े हैं सी-फूड से तार: चीन से पूरी दुनिया में फैल रहे कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ‘एबीपी’ की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस अभी विकसित हो रहा है और यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली और चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है जिससे दुर्लभ स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं।

थर्मल स्क्रीनिंग की है व्यवस्था: दिल्ली समेत देश के सात हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है ताकि अगर चीन या हॉन्ग कॉन्ग से लौटे किसी शख़्स में संक्रमण के असर दिखते हैं तो उसकी तुरंत जांच कराई जा सके। इसके अलावा सरकार द्वारा जारी की गई नई एडवाइजरी में देशवासियों को चीन यात्रा से परहेज करने को कहा गया है।

वहीं, चीन से भारत लाए जाने वाले सभी लोगों को 14 दिनों तक अलग रखा जाएगा ताकि किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस होने पर उसकी जानकारी और रोकथाम की जा सके। इसके अलावा इस वायरस से बचने के लिए लोग साफ-सफाई का खास ध्यान रखें, अल्कोहल आधारित हैंडवाश का इस्तेमाल करें। साथ ही, सर्दी-जुखाम से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से बचें।