कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद बॉडी में कई तरह के जोखिम पैदा होने लगते हैं और ये बीमारी जानलेवा भी हो सकती है। कैंसर आज दुनिया में मौत का एक बड़ा कारण बन चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, साल 2020 में करीब 1 करोड़ लोगों की मौत कैंसर से हुई यानी हर 6 में से 1 मौत का कारण कैंसर था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2050 तक नए कैंसर मामलों की संख्या 3.5 करोड़ तक पहुंच सकती है, जो साल 2022 के आंकड़ों से करीब 77% ज्यादा होगी।
AIIMS, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी के मुताबिक, कैंसर जानलेवा बीमारियों में से एक है। ऐसा नहीं है कि इस बीमारी का इलाज नहीं किया जा सकता है। कैंसर का अगर शुरुआत में पता चल जाए तो इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा कैंसर से बचाव के लिए कुछ चीजों को ध्यान रखा जाए तो इससे बचाव हो सकता है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं
2024 में The BMJ में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जो लोग सबसे ज्यादा अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड जैसे पैकेज्ड स्नैक्स, कोल्ड ड्रिंक्स, इंस्टेंट नूडल्स खाते हैं, उनमें कैंसर का खतरा 20–30% ज्यादा पाया गया। ऐसे में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचना चाहिए।
फाइबर का सेवन बढ़ाएं
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर रिसर्च के मुताबिक, रोजाना सिर्फ 10 ग्राम फाइबर खाने से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 10% तक घट जाता है। फल, सब्जियां, दालें और साबुत अनाज फाइबर के बेहतरीन स्रोत हैं। नियमित रूप से फाइबर से भरपूर चीजें खाने से पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है।
प्रोसेस्ड मीट से परहेज करें
WHO के अनुसार, रोजाना सिर्फ 50 ग्राम प्रोसेस्ड मीट जैसे बेकन या सॉसेज खाने से कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 18% बढ़ जाता है। लाल मांस से जुड़ा कैंसर का खतरा भी माना जाता है, लेकिन वैज्ञानिक सबूत थोड़े कम हैं। ऐसे में कोशिश करें कि नॉन-वेज में भी फ्रेश, बिना प्रोसेस्ड विकल्प चुनें।
अच्छे ऑयल का इस्तेमाल करें
मेडिटेरेनियन डाइट, जिसमें ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल ज्यादा होता है। जो लोग इस ऑयल को अपनाते हैं, उन्हें कुल कैंसर का खतरा लगभग 30% तक कम देखा गया है। खाना बनाने में सरसों तेल, तिल तेल और ऑलिव ऑयल बेहतर विकल्प हैं।
अल्कोहल से दूरी रखें
रिसर्च के अनुसार, शराब 7 तरह के कैंसर से जुड़ी हुई है। National Institutes of Health (NIH) का कहना है कि रोजाना सिर्फ 1 पैग पीने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 7–10% बढ़ जाता है।
हेल्दी वेट बनाए रखें
Centers for Disease Control and Prevention (CDC) के अनुसार, मोटापा कम से कम 13 तरह के कैंसर से जुड़ा हुआ है और अमेरिका में कुल कैंसर मामलों के 40% के लिए जिम्मेदार है। ऐसे में संतुलित डाइट और नियमित व्यायाम से वजन को कंट्रोल रखना बेहद जरूरी है।
रोजाना एक्टिव रहें
National Cancer Institute (NCI) के अनुसार, नियमित शारीरिक गतिविधि से कोलोन, ब्रेस्ट और एंडोमेट्रियल कैंसर का खतरा 20–40% तक कम हो जाता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक, योग या किसी भी तरह का व्यायाम करें।
नींद और तनाव का संतुलन बनाएं
लगातार तनाव और खराब नींद इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं और ट्यूमर ग्रोथ को बढ़ावा दे सकते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, अगर नींद 6 घंटे से कम हो तो कैंसर से मौत का खतरा 24% ज्यादा हो जाता है।
वहीं, दुनियाभर में ओवरी कैंसर को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत हल्के और बहुत आम लगते हैं, जिन्हें महिलाएं अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, दुनियाभर में करीब 3,24,603 नए केस सामने आए, जबकि 2,06,956 महिलाओं की मौत हुई।