डायबिटीज एक ऐसी समस्या हो गई है, जो तेजी से बढ़ती जा रही है। एक बार किसी के शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाए तो इसे कंट्रोल करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो जाता है, जिसके कारण कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज यानी शुगर के मरीजों के लिए सही डाइट बहुत जरूरी होती है। खाने में लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाले फूड्स को शामिल करने से ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखा जा सकता है। दालें फाइबर, प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स से भरपूर होती हैं, जिससे शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है और शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि शुगर कंट्रोल करने के लिए कौन सी दालें खाना फायदेमंद होता है।

डॉक्टर सलीम जैदी के मुताबिक, डायबिटीज को मैनेज करने के लिए सबसे जरूरी है, नियमित खानपान पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है। जब खानपान सही होता है तो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना आसान हो जाता है। आमतौर पर सभी तरह की दालों का सेवन शुगर के मरीज कर सकते हैं, लेकिन अगर कंपेयर करें तो कुछ ऐसी दालें हैं जो शुगर के मरीजों के लिए ज्यादा अच्छी रहती हैं।

चना दाल

चने का सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, क्योंकि चने का लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानी GI 28 होता है, जिसके चलते यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाती। इसमें फाइबर और प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है, जिससे पाचन धीमा होता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है।

मसूर दाल

शुगर के मरीजों के लिए मजूर का दाल फायदेमंद होती है। मसूर की दाल प्रोटीन से भरपूर होती है, जिससे शुगर धीरे-धीरे बढ़ती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

मूंग दाल

मूंग दाल में फैट लो और हाई प्रोटीन होता है, जिसके चलते यह डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत अच्छी होती है। इसके सेवन से गट हेल्थ अच्छी होती है और पाचन को दुरुस्त रहता है।

अरहर दाल

अरहर दाल की में काफी मात्रा में फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स होते हैं, जो ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं। यह मैग्नीशियम, आयरन और पोटैशियम से भरपूर होती है, जिससे दिल की सेहत भी अच्छी रहती है।

उड़द दाल

उड़द दाल में सॉल्युबल फाइबर और प्रोटीन होता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह हड्डियों को मजबूत करने और मेटाबॉलिज्म सुधारने में भी मददगार होती है।

वहीं, जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर्स में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, खराब लाइफस्टाइल के कारण तनाव होता है और इससे मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।