मोटापा आज की तेज़-रफ्तार लाइफस्टाइल की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। यह न केवल शरीर की बनावट को प्रभावित करता है बल्कि कई गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, फैटी लिवर और हार्मोनल असंतुलन का प्रमुख कारण बन सकता है। हम भारतीयों का मोटापा खासतौर पर पेट और कमर और बाजुओं के आसपास ज्यादा होता है। मोटापा में बेली फैट सबसे खतरनाक माना जाता है, क्योंकि यह आंतरिक अंगों पर दबाव डालकर उनके कामकाज को प्रभावित करता है।
हेल्थलाइन के मुताबिक अनियमित दिनचर्या, प्रोसेस्ड और जंक फूड का अधिक सेवन, तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी मोटापे को बढ़ावा देती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि मोटापा पूरी तरह से कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए भारी जिम सेशन की आवश्यकता नहीं है। विभिन्न शोधों में यह साबित हो चुका है कि रोज़मर्रा की जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव, जैसे संतुलित आहार, नियमित समय पर सोना-जागना, हल्की एक्सरसाइज और मानसिक संतुलन, शरीर में जमा फैट को कम करने में बहुत मददगार साबित होता हैं।
कुछ आसान और नियमित आदतें अपनाकर आप कुछ ही हफ्तों में अपने शरीर में बदलाव देख सकते हैं। ये आदतें न सिर्फ पेट और कमर की चर्बी घटाती हैं, बल्कि आपकी ऊर्जा, फिटनेस और मनोबल को भी बढ़ाती हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन सी सरल आदतें हैं जो मोटापे और शरीर के अतिरिक्त फैट को नियंत्रित करने में कारगर हैं।
खाली पेट गुनगुना पानी पिए और फाइबर वाले फूड खाएं
सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीना और घुलनशील फाइबर का सेवन करना वजन कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद है। फाइबर रिच फूड्स में आप चिया सीड्स, भिगोई हुई अलसी या इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। ये फाइबर पेट में फैलकर पाचन प्रक्रिया को धीमा करता हैं, भूख को नियंत्रित रखता हैं और वसा के अवशोषण को कम करता हैं। गुनगुना पानी आपका दिनभर पेट भरा रखता है और अनावश्यक स्नैकिंग से बचाव करता है।
दिनभर एक्टिव रहें
वजन घटाने के लिए केवल जिम या भारी-भरकम वर्कआउट पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। छोटे-छोटे रोज़मर्रा के काम, जैसे फोन पर बात करते समय हल्की चाल, सीढ़ियां चढ़ना या टीवी देखते समय स्ट्रेच करना भी शरीर में कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। ये आदतें बिना अतिरिक्त फैट को लॉस करने में योगदान करती हैं।
रात का खाना जल्दी खाएं और हल्का खाएं
रात में देर से भोजन करने से शरीर में अतिरिक्त वसा जमा हो सकती है। शोध बताते हैं कि सोने से कम से कम तीन घंटे पहले हल्का और संतुलित डिनर लेना सबसे अच्छा है। इसमें प्रोटीन और सब्जियों को शामिल करना चाहिए। सही समय पर डिनर लेने से न केवल फैट मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है बल्कि नींद भी गहरी और आरामदायक आती है।
पूरी और नियमित नींद लें
नींद की कमी पेट की जिद्दी चर्बी बढ़ाने का बड़ा कारण है। रोजाना एक निश्चित समय पर सोने और उठने की आदत बनाएं, जैसे रात 10:30 बजे सोना और सुबह 6:30 बजे उठना। पर्याप्त नींद तनाव हार्मोन और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करती है, जिससे फैट स्टोरेज कम होता है और अगले दिन स्वस्थ भोजन चुनने की क्षमता बढ़ती है।
मसालों से करें मेटाबॉलिज्म बूस्ट
भारतीय रसोई में कई मसाले ऐसे हैं जो प्राकृतिक रूप से मेटाबॉलिज्म को सक्रिय करते हैं और फैट को कम करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, सुबह जीरे का पानी पीना, खाने में हल्दी डालना और चाय में दालचीनी मिलाना थर्मोजेनिक असर पैदा करता है। ये मसाले इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं और पेट व कमर पर चर्बी जमा होने से रोकते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप आसानी से अपना वजन घटा सकते हैं।
क्या रोजाना कच्चा प्याज खाने से डायबिटीज की दवा का डोज़ कम हो सकता है? एक्सपर्ट से पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो लिंक पर क्लिक करें।