आजकल के समय में तनाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब आदतों के चलते कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं। जिसका असर, पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। हालांकि, सिर्फ महिलाओं को ही फर्टिलिटी की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, बल्कि पुरुषों की कई आदतों के चलते उन्हें फर्टिलिटी की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, पुरुषों का डेली लाइफस्टाइल और लापरवाही धीरे-धीरे उनकी संतान प्राप्ति की संभावना को कम कर रही हैं। इसके कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट, क्वालिटी और गतिशीलता (motility) में कमी आने लगी है। अगर, समय रहते इन आदतों पर ध्यान न दिया जाए, तो भविष्य में संतान सुख से वंचित रहना पड़ सकता है। डाइटिशियन मनप्रीत कालरा ने पुरुषों की फर्टिलिटी खराब होने के पीछे कई कारण बताए हैं।
आहार विशेषज्ञ मनप्रीत कालरा एक प्रतिष्ठित डाइटिशियन हैं, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज से खाद्य एवं पोषण में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है, जिसमें चिकित्सीय पोषण में विशेषज्ञता है। डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के मुताबिक, पुरुषों की रोजमर्रा की आदतों के कारण उनकी फर्टिलिटी को नुकसान पहुंच रहा है। चलिए आपको बताते हैं वह कौन सी आदतें हैं, जिनका समय रहते ध्यान देना पुरुषों के लिए बहुत ही जरूरी है।
टाइट अंडरवियर
अंडकोष का तापमान शरीर से थोड़ा कम होना चाहिए ताकि स्वस्थ स्पर्म बन सकें, लेकिन बहुत टाइट अंडरवियर पहनना, लैपटॉप को गोद में रखकर घंटों काम करना या गर्म पानी से बार-बार नहाना आदि वाली चीजें अंडकोष का तापमान बढ़ा देती हैं, जिससे स्पर्म प्रोडक्शन पर बुरा असर पड़ता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन
सिगरेट और शराब का अधिक सेवन भी पुरुषों की फर्टिलिटी खराब करने का काम करता है। सिगरेट और शराब में मौजूद जहरीले रसायन न सिर्फ स्पर्म काउंट को घटाते हैं, बल्कि डीएनए क्वालिटी को भी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में इनका अधिक सेवन पुरुषों के स्वास्थ्य के साथ-साथ फर्टिलिटी को भी खराब कर सकता है।
अनहेल्दी खानपान और मोटापा
अनहेल्दी खानपान जैसे जंक फूड, ट्रांस फैट, अधिक चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से पुरुषों के हार्मोनल बैलेंस बिगाड़ सकते हैं। इसके अलावा मोटापा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को घटाता है, जिससे स्पर्म की क्वालिटी और काउंट दोनों कम हो सकते हैं।
तनाव और नींद
लगातार तनाव में रहना और नींद सही नहीं लेने के चलते भी सेहत पर असर पड़ता है। ये शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन को बढ़ा देता है, जो टेस्टोस्टेरोन के लेवल को कम करता है। इससे स्पर्म काउंट पर असर पड़ता है और यौन इच्छा में भी कमी आती है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का ज्यादा यूज
मोबाइल फोन जेब में रखना, घंटों लैपटॉप या टैबलेट की रेडिएशन के संपर्क में रहना भी पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए हानिकारक होता है। इसका असर पुरुषों के स्पर्म पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कई रिसर्च के अनुसार, रेडिएशन अंडकोष की कोशिकाओं को कमजोर बना सकता है।
वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी का सेवन खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि मिठास के लिए सफेद शुगर, ब्राउन शुगर और शहद किसका सेवन करना चाहिए?
