कोलेस्ट्रॉल बॉडी में बनने वाला चिपचिपा पदार्थ है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL) जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई होने पर दिल के रोगों का खतरा बढ़ने लगता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO)के मुताबिक दिल के रोग दुनियाभर में होने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। कोलेस्ट्रॉल की बीमारी के लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। अगर समय पर इस बीमारी को कंट्रोल नहीं किया जाए तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार खून की नसों में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से वो नसों में जमा होने लगता है और ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है। नसों में कोलेस्ट्रॉल के जमा होने से हार्ट को ब्लड पम्प करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। बॉडी में LDL का स्तर बढ़ने पर स्किन पर उसके निशान दिखने लगते हैं। आंखों और नाक के आस-पास पीला क्षेत्र दिखाई देना हाई कोलेस्ट्रॉल से जुड़ा सबसे आम लक्षण है। खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है। बॉडी में LDL कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सबसे पहले डाइट पर ध्यान दें।

डॉक्टर संतोष कुमार जो चिकित्सा जागरूकता अभियान चलाते हैं उन्होंने बताया कि डाइट में कुछ फूड्स का सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है और नसों में खराब कोलेस्ट्रॉल को जमा कर सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ फूड्स का सेवन हमारी बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को तेजी से बढ़ाने का काम करता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड्स है जो बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं:

सेंटर फॉर डिजीज के मुताबिक डाइट में सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट का सेवन करने से बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है और वो नसों में जमा होकर नसों को संकरा करने लगता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है वो डाइट में घी, मक्खन, केक, मीट, बिस्किट और चीज़ का सेवन करने से परहेज करें। यह चीजें दिल के रोगों का जोखिम बढ़ा सकती हैं। सैचुरेटेड फैट को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका ये है जो फूड रूम के तापमान पर जम जाए वो सैचुरेटेड फैट है। ये फैट नसों में जमकर नसों को संकरा करते हैं।

सभी तरह के नॉनवेज से परहेज करें:

जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है वो सभी तरह के नॉन वेज फूड्स जैसे मटन, चिकन,टर्की और रेड मीट से परहेज करें। रेड मीट में सैचुरेटिड फैट होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है। प्रोसेस मीट का सेवन कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ाता है।

डीप फ्राइड फास्ट फूड्स से परहेज करें:

डीप फ्राइड फूड और फास्ट फ़ूड खराब कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ाने का काम करते हैं। ये फूड नसों को संकरा करते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करते हैं। हार्ट अटैक और स्टेंट सर्जरी जैसी परेशानियों से बचना है तो इन फूड्स से परहेज करें। फास्ट फूड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं और हार्ट के लिए नुकसानदायक है। कई तरह के बिस्कुट और पेस्टी का सेवन आपकी बॉडी में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं इनसे परहेज करें।

डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से बचें:

careinsurance की खबर के मुताबिक डेयरी प्रोडक्ट जैसे पनीर, बटर और क्रीम का सेवन बॉडी में तेजी से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देता है। बहुत ज्यादा डेयरी फूड्स का सेवन करने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है और हृदय रोगों का खतरा भी ज्यादा होगा।

FAQs

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या लक्षण होते हैं?

शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से पसीना आना, थकान होना, कमजोरी होना, भूख न लगना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

क्या मीठा खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?

शुगर का अधिक सेवन से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स और गंदे कोलेस्ट्रॉल का लेवल तेजी से बढ़ सकता है।